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हैबतुल्लाह अलीज़ई ने वली मोहम्मद अहमदज़ई की जगह नए चीफ आफ आर्मी स्टाफ की कमान संभाली है।
अफागानिस्तान में तालिबान आतंकियों का कब्जा बढ़ता जा रहा है। आलम यह है कि आतंकी अपनी दशहत फैलाते जा रहे हैं। मुख्य जगहों पर तालिबान के कब्जे के बाद समूह अपने आपको बेहद शक्तिशाली समझता जा रहा है। यही वजह है कि तालिबानियों ने मुख्य शहरों पर अपने कब्जे के बाद हाल ही के दिनों में आतंकी समहू ने कम से कम छह शहरों से 1000 से ज्यादा अपराधी सहित नशीली दवाओं के तस्करों को रिहा कर दिया है।
रिहा किए अपराधियों को सुनाई गई थी सजा
जेल प्रशासन के निदेशक सफीउल्लाह जलालजई ने बताया कि रिहा किए आपराधियों में नशीली दवाओं की तस्करी, अपहरण के मामले में सजा सुनाई गई थी। उन्होंने बताया कि तालिबान ने कुंदुज में कम से कम 630 कैदियों (जिनमें 13 महिलाएं और तीन विदेशी शामिल हैं) को जेल से रिहा किया था।
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उस आंकड़े में से 180 तालिबान आतंकवादी थे, जिनमें 15 हाई-प्रोफाइल तालिबान कैदी शामिल थे, जिन्हें अफगान सरकार ने मौत की सजा सुनाई थी। वहीं तालिबान ने निमरोज प्रांत के जरांज शहर में कम से कम 350 कैदियों को रिहा किया, जिनमें 40 तालिबान कैदी भी शामिल थे। हालांकि, अफगान सरकार का कहना है कि आतंकवादियों के पकड़े जाने के बाद कैदियों को फिर से गिरफ्तार किया जाएगा। बता दें कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद से तालिबान का लगातार प्रमुख शहरों पर कब्जा कर रहा है।
अफगानिस्तान में नए चीफ आफ आर्मी स्टाफ की हुई नियुक्ति
उधर, तालिबान के तेजी से बढ़ते कदमों पर अंकुश लगाने के लिए अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने नए चीफ आफ आर्मी स्टाफ की नियुक्ति की है। गनी ने तालिबान को करारा जवाब देने की कोशिश में नया चीफ आफ आर्मी स्टाफ नियुक्त किया है। हैबतुल्लाह अलीज़ई ने वली मोहम्मद अहमदज़ई की जगह नए चीफ आफ आर्मी स्टाफ की कमान संभाली है।
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