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अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता जा रहा है तनाव, विवादित जलक्षेत्र में चीनी जहाजों ने घुसपैठ

Apurva Srivastav
12 April 2021 12:47 PM GMT
अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता जा रहा है तनाव, विवादित जलक्षेत्र में चीनी जहाजों ने घुसपैठ
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दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में अमेरिका (America) और चीन (China) के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंचने पर लगा है

दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में अमेरिका (America) और चीन (China) के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंचने पर लगा है. दोनों मुल्कों ने यहां अपने जंगी जहाजों को तैनात कर दिया है. चीनी जहाज दक्षिण चीन सागर में प्रवेश कर गए हैं, जबकि अमेरिकी नौसेना ने अपनी जंगी जहाजों संग यहां सैन्य अभ्यास किया है. दूसरी ओर, अमेरिका और फिलीपींस संयुक्त सैन्य अभ्यास करने की तैयारी कर रहे हैं. दोनों मुल्कों ने ये निर्णय तब लिया है जब इस विवादित जलक्षेत्र में चीनी जहाजों ने घुसपैठ की है.

चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में रविवार को छपी एक रिपोर्ट में कहा गया है, देश का पहला एयरक्राफ्ट कैरियर लिओनिंग (Liaoning) ताइवान (Taiwan) के करीब सैन्य अभ्यास करने के बाद अब दक्षिण चीन सागर की तरफ बढ़ गया है. हालांकि, चीने के इस जंगी जहाज की लोकेशन को लेकर कोई सटीक जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन चीनी अखबार ने सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए इसकी पुष्टि की. गौरतलब है कि अपने देश के पास चीनी जहाजों की मौजूदगी से ताइवान भी परेशान हो उठा था.
अमेरिका ने दो जंगी जहाजों के साथ किया सैन्य अभ्यास
दक्षिण चीन सागर में चीन के जंगी जहाज की मौजूदगी की जानकारी अमेरिका के सैन्य अभ्यास के एक बाद आई है. अमेरिकी नौसेना (US Navy) ने एक्सपीडिशनरी स्ट्राइक ग्रुप के जरिए दक्षिण चीन सागर में सैन्य अभ्यास किया. इस एक्सपीडिशनरी स्ट्राइक ग्रुप में यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट और यूएसएस माकिन आइलैंड जैसे जंगी जहाज शामिल थे. इन दोनों जहाजों के अलावा, इस ग्रुप में क्रूजर, डेस्ट्रॉयर और छोटे जहाज शामिल थे. इन जहाजों में 15वीं मरीन एक्सपेडिशनरी यूनिट के जवानों के साथ-साथ हेलिकॉप्टर और एफ-35 लड़ाकू जेट विमान भी शामिल हुए.
अमेरिका का सैन्य अभ्यास करना भड़कावे का काम
ग्लोबल टाइम्स ने चीनी सेना के विशेषज्ञ वी डोंगक्सू के हवाले से कहा कि अमेरिका का दक्षिण चीन सागर में सैन्य अभ्यास करना भड़कावे वाला काम है. डोंगक्सू ने कहा, चीनी जंगी जहाजों का अभ्यास व्यापक समुद्री रक्षात्मक स्थिति स्थापित कर सकता है. इसके अलावा, चीन के तटीय क्षेत्रों की रक्षा के साथ-साथ अमेरिकी सैन्य गतिविधियों की निगरानी भी करता है. लेकिन एक अमेरिकी विश्लेषक ने दक्षिण चीन सागर में लिओनिंग की मौजूदगी को सामान्य बताया. दरअसल, ये वसंत का मौसम सैन्य अभ्यास के लिए अनुकूल होता है.


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