पूरी दुनिया की निगाह अब रूस-यूक्रेन पर टिकी हैं। दोनों देश जंग के बेहद करीब हैं वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एलान कर दिया है कि रूसी सेना आज हमला कर सकती है। इससे पहले रूस ने यूक्रेन सीमा पर बहुत बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद के साथ मिसाइलों की तैनाती की है। साथ ही सैटेलाइट तस्वीरों में स्पष्ट देखा जा सकता है कि यूक्रेन सीमा से 110 किमी दूर रूसी सैनिकों ने तंबू लगाकर जंग की पूरी तैयारी की हुई है।
इस बीच अमेरिका एक बार फिर यूक्रेन के साथ खड़ा दिखाई दिया है। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने बयान में कहा है कि हम यूक्रेन पर रूस के किसी भी हमले का निर्णायक जवाब देने के लिए तैयार हैं, जिसकी अभी भी बहुत अधिक संभावना बनी हुई है। उन्होंने कहा कि हम रूस के साथ सीधे टकराव की स्थिति नहीं चाहते। हालांकि मैं एक बात स्पष्ट करना चाहूंगा कि यदि रूस ने यूक्रेन में अमेरिका के नागरिकों को निशाना बनाया तो हम पूरी आक्रामक क्षमता के साथ मुंहतोड़ जवाब देंगे।
कनाडा देगा यूक्रेन को मदद
सिर पर मंडराते संकट के बादलों की इस घड़ी में कनाडा ने भी यूक्रेन की मदद का फैसला किया है। कनाडा ने कहा है कि वह यूक्रेन को करीब 70 लाख डॉलर से ज्यादा के घातक हथियार देगा। इन हथियारों में मशीनगन, पिस्तौल, कार्बाइन, 15 लाख राउंड गोला--बारूद, स्नाइपर राइफल और विभिन्न संबंधित उपकरण शामिल हैं। इस तरह की मदद मिलने से यकीनन यूक्रेन के सुरक्षाबलों को मदद मिल सकेगी।
यूक्रेन के राजदूत ने भारतीय मीडिया पर साधा निशाना
इधर, भारत में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने मंगलवार को रूस के साथ जारी तनातनी के कूटनीतिक समाधान की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि हालात इतने बुरे नहीं हैं कि छात्रों को वापस बुलाना पड़े। उन्होंने कहा कि भारत को ऐसा करने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। युद्ध जैसी कोई स्थिति नहीं है।
उन्होंने भारतीय टीवी मीडिया पर तनाव को बढ़ा-चढ़ा कर पेश कर डर का माहौल पैदा करने का आरोप लगाया। राजदूत पोलिखा ने कहा कि भारत के टीवी चैनल तनाव को बढ़ा-चढ़ा कर पेश कर रहे हैं। दहशत फैला रहे हैं। इनकी रिपोर्टिंग का सार यह है कि रूस और यूक्रेन के बीच कभी भी युद्ध छिड़ सकता है। इससे यूक्रेन की आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है। यूक्रेन के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
यूक्रेन की 10 वेबसाइटों पर साइबर हमले
रूस की सैन्य वापसी की घोषणा के बीच यूक्रेन की सरकारी वेबसाइटों और बड़े बैंकों पर साइबर हमले हो गए। यूक्रेन के कम से कम 10 वेबसाइटों ने काम करना बंद कर दिया है। इनमें रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय और दो बड़े बैंकों की वेबसाइट शामिल हैं। यूक्रेन के अधिकारियों ने आशंका जताई है कि ये हमले पडोसी देश से हो रहे हैं।