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स्कूल में गोलीबारी में जान गंवाने वाली टीचर के पति की दिल की गति रुकने से मौत, बच्‍चे हुए अनाथ

Neha Dani
27 May 2022 7:03 AM GMT
स्कूल में गोलीबारी में जान गंवाने वाली टीचर के पति की दिल की गति रुकने से मौत, बच्‍चे हुए अनाथ
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यह उनका आखिरी होगा, उनके दर्द के लिए कोई शब्द नहीं है. अगर प्रार्थनाओं से कुछ सहारा मिलता है तो वह आती रहनी चाहिए.'

अमेरिका के टेक्सास के एक स्कूल में गोलीबारी में जान गंवाने वाली टीचर के पति की गुरुवार को दिल की गति रुकने से मौत हो गई. जो गार्सिया उल्वदे के एक स्कूल में पढ़ाने वाली इरमा गार्सिया के पति थे. जो और इरमा हाई स्कूल से साथ थे और उनकी शादी को 24 साल हो चुके थे. उनके चार बच्चे हैं. इरमा की कजिन डेब्रा ऑस्टिन ने इरमा के बच्चों के लिए एक फंडरेजर आयोजित किया है.

गोफंडमी पेज पर डेब्रा ने लिखा, 'इरमा के पति जो की मौत से मैं टूट चुकी हूं. ईश्वर से हमारे परिवार के लिए प्रार्थना करें. मैं मानती हूं कि जिस महिला से वह 30 साल से भी ज्यादा वक्त से प्यार करते थे, उसके चले जाने से वह टूट गए थे.'
लोगों ने इंटरनेट पर इस घटना को लेकर दुख जाहिर किया है. एक ट्विटर यूजर ने लिखा, 'इसे ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम कहते हैं, जो काफी लोगों को होता है. डेबी रेनॉल्ड्स भी कैरी फिशर की मौत के 24 घंटे बाद नहीं रहे.' अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा, यह दिल तोड़ देने वाली घटना है. मैं दंपति के बच्चों के लिए प्रार्थना करता हूं, जिन्होंने महज 48 घंटे में अपने माता-पिता को खो दिया.
उल्वदे के स्कूल में मंगलवार को हुई गोलीबारी की इस घटना के बाद अमेरिका में गन कल्चर को लेकर देशभर में गुस्सा है. खेल जगत, लेखक, एक्टर्स और अन्य हस्तियों ने इस घटना को लेकर अपनी राय रखी है. अमेरिका में टीवी होस्ट और कॉमेडियन जिमी किम्मेल ने बुधवार को जिमी किम्मेल लाइव के एपिसोड में टेक्सास स्कूल शूटिंग पर बात की. उन्होंने कहा, 'आज हम फिर यहां हैं, देश में हुई एक घटना पर अफसोस जाहिर कर रहे हैं.' उल्वदे के रहने वाले हॉलीवुड स्टार मैथ्यू मैक्कनॉघे ने भी रॉब एलिमेंट्री स्कूल में हुई गोलीबारी को लेकर सोशल मीडिया पर अपना संदेश शेयर किया. यह स्कूल उनके गृहनगर में है.
उन्होंने कहा, 'यह एक ऐसी महामारी है, जिसे हम कंट्रोल कर सकते हैं और जिस भी रास्ते पर हम खड़े हों, वहां बेहतर कर सकते हैं. एक्शन लेना चाहिए ताकि कोई भी माता-पिता वो दर्द ना झेले जो उल्वदे के माता-पिता और अन्य लोग झेल रहे हैं. जिन लोगों ने अपने चहेतों को स्कूल में ड्रॉप किया था, ये जाने बिना कि यह उनका आखिरी होगा, उनके दर्द के लिए कोई शब्द नहीं है. अगर प्रार्थनाओं से कुछ सहारा मिलता है तो वह आती रहनी चाहिए.'

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