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टाटा समूह (Tata Group) की एक कंपनी के आईपीओ की खबर जब से सामने आई है, तब से निवेशक बेसब्री से IPO खुलने का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि, उनका इंतजार काफी लंबा हो सकता है. दरअसल, Tata ग्रुप अपनी सैटेलाइट टेलीविजन कंपनी टाटा प्ले (Tata Play) के आईपीओ को फिलहाल स्थगित करने पर विचार कर रहा है. इसकी दो बड़ी वजह सामने आई हैं. पहली - Tata Play आईपीओ पर फोकस करने के बजाए एक बड़ी डील को फाइनल करना चाहती है. दूसरी - कंपनी को मार्च 2023 में समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में 105 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है.
हिस्सेदारी खरीदने की कोशिश
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टाटा प्ले (Tata Play) इस समय एक बड़ी डील पर फोकस कर रही है, जिसकी वजह से वो आईपीओ को टाल सकती है. टाटा प्ले में सिंगापुर की कंपनी टेमासेक होल्डिंग्स के पास 20% हिस्सेदारी है. अब टेमासेक अपनी इस हिस्सेदारी को बेचना चाहती है. जब से टाटा समूह को यह बात पता चली है, वो इस हिस्सेदारी को अपना बनाने की कोशिश में जुट गया है. माना जा रहा है कि दोनों कंपनियों के बीच शुरुआती दौर की बातचीत चल रही है और जल्द ही डील फाइनल हो जाएगी. 2007 में टेमासेक ने टाटा प्ले में यह हिस्सेदारी खरीदी थी.
2004 में आया था आखिरी IPO
टाटा समूह की कंपनी TCS के बाद टाटा प्ले का आइपीओ आने वाला है, जिसे लेकर निवेशकों में खासा उत्साह है. लेकिन अब उन्हें इसके लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है. Tata Play ने कुछ वक्त पहले SEBI में आईपीओ के लिए जरूरी दस्तावेज जमा किए थे और उसे सेबी की मंजूरी भी मिल चुकी है. टाटा समूह की तरफ से काफी लंबे समय के बाद आईपीओ की घोषणा की गई थी. 2004 में टाटा की IT कंपनी TCS का आईपीओ आया था. इसके बाद अब टाटा प्ले का आईपीओ आना है, लेकिन अब इसमें देरी हो सकती है.
ऑपरेशन रिवेन्यु भी घटा
वहीं, एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनी को मार्च 2023 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में 105 करोड़ का नेट लॉस हुआ है, जबकि इससे पहले कंपनी ने 69 करोड़ का नेट प्रॉफिट हासिल किया था. इसी के साथ टाटा प्ले का ऑपरेशन रिवेन्यु 5.1% घटकर 4499 करोड़ रह गया है, जो पहले 4741 करोड़ रुपए था. कंपनी के कुल खर्चों में भी बढ़ोत्तरी हुई है. यह 4691 करोड़ से बढ़कर 4692 करोड़ हो गए हैं. माना जा रहा है कि इस तरह के आंकड़ों के साथ कंपनी आईपीओ नहीं लाना चाहती है. इसलिए फिलहाल के लिए इसे टाला जा सकता है.
Apurva Srivastav
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