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इस्लामाबाद,(आईएएनएस)| पाकिस्तान में एक दिन पहले बन्नू काउंटर-टेररिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी) परिसर को अपने कब्जे में लेने वाले आतंकवादियों और सरकार के बीच करीब 15 घंटे बीत जाने के बावजूद बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला। मीडिया को यह जानकारी दी गई। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को सीटीडी सुविधा के अंदर हिरासत में लिए गए आतंकवादियों ने इसके परिसर पर कब्जा कर लिया, पूछताछ करने वालों को बंधक बना लिया और अफगानिस्तान को सुरक्षित निकालने की मांग की।
बन्नू में सोमवार को स्थिति तनावपूर्ण रही, क्योंकि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने छावनी क्षेत्र की घेराबंदी कर दी और निवासियों को घर के अंदर रहने के लिए कहा। इलाके में इंटरनेट और मोबाइल फोन सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।
प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है। आतंकवादी संगठन के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि उसके सदस्यों ने सीटीडी कर्मचारियों और सुरक्षा अधिकारियों को बंधक बना लिया था। उसने कहा कि आतंकवादियों ने पिछले वीडियो बयान में सुरक्षित मार्ग की मांग की थी, लेकिन 'गलती से अफगानिस्तान का जिक्र कर दिया गया'।
उन्होंने आगे कहा कि समूह ने रातभर सरकारी अधिकारियों से बात की थी और उन्हें कैदियों को दक्षिणी या उत्तरी वजीरिस्तान भेजने के लिए कहा था, लेकिन अफसोस जताया कि उन्हें अभी तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
इस बीच, खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री बैरिस्टर मुहम्मद अली सैफ के विशेष सहायक ने कहा कि बातचीत में अभी तक कोई कामयाबी नहीं मिली है।
सैफ ने यह भी कहा कि वह लगातार तालिबान के संपक में थे। उन्होंने कहा, "मैंने रातभर तालिबान के बड़े अधिकारियों से बात की, मगर बातचीत का अब तक कोई नतीजा नहीं निकला है।"
उन्होंने यह भी पुष्टि की कि बन्नू परिसर में आतंकवादियों ने एक सुरक्षा अधिकारी की हत्या कर दी है और कहा कि सरकार ने ऐसी वारदात से बचने के लिए आतंकवादियों से बातचीत करने की योजना बनाई।
डॉन के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सत्ता में है। पार्टी अध्यक्ष इमरान खान ने ट्वीट कर देश में बढ़ते आतंकवाद से निपटने में विफलता के लिए संघीय सरकार की आलोचना की।
इमरान ने कहा, "यह आयातित सरकार हमारी अर्थव्यवस्था को जमीन पर लाने के अलावा चमन से स्वात और लक्की मरवत से लेकर बन्नू तक की घटनाओं के साथ पाकिस्तान में आतंकवाद 50 फीसदी बढ़ने से निपटने में नाकाम रही है।"
--आईएएनएस
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