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अमेरिका और रूस के बीच जल्‍द ही कुछ खास मुद्दे पर होने वाली है बातचीत, दोनों के लिए खास हैं इसके मायने

Neha Dani
5 Aug 2022 10:44 AM GMT
अमेरिका और रूस के बीच जल्‍द ही कुछ खास मुद्दे पर होने वाली है बातचीत, दोनों के लिए खास हैं इसके मायने
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एक सवाल के जवाब में क्रेमलिन ने कहा कि किर्बी ने जो कहा उसको भूल जाओ।

अमेरिका और रूस के बीच जल्‍द ही कुछ खास मुद्दे पर बातचीत होने वाली है। ये बातचीत से अधिक एक सौदेबाजी है जो दोनों तरफ के जल में बंद कुछ खास चेहरों को छुड़ाने के मकसद से की जाएगी। इनमें अमेरिका की तरफ से हैं ब्रिटनी ग्रिनेर (Brittney Griner) और मेरिन पाल व्‍हेलन (Marine Paul Whelan) का नाम है। वहीं रूस की तरफ से जो नाम कहा जा रहा है वो विक्‍टर बाउट (Viktor Bout) का हैं। ये सभी एक दूसरे की जेलों में बंद हैं। ब्रिटनी को हाल ही में रूस की अदालत ने 9 वर्ष की सजा सुनाई है। उन्‍हें ड्रग मामले में ये सजा सुनाई गई है। इस सजा को अमेरिका ने गलत करार दिया है।


बता दें कि ब्रिटनी अमेरिका के एक बास्‍केट बाल प्‍लेयर हैं। कोर्ट में ब्रिटनी ने अपना जुर्म कबूल भी किया है। उन्‍होंने कहा है कि उनके सूटकेस में मिली ड्रग उन्‍होंने ही रखी थी, जो कस्‍टम चैकिंग के दौरान अधिकारियों को मिली थी। उनका ये भी कहना है कि वो नहीं जानते थे कि ये ड्रग रूस में बैन है। अमेरिका में ये ड्रग (Cannabis oil) बैन नहीं है। यहां पर उनसे चूक हो गई थी।

अमेरिका का कहना है कि रूस ने एथलीट को गलत तरीके से अपनी कस्‍टडी में लिया और कोर्ट से उन्‍हें मिली सजा भी गलत है। अमेरिका इस दौरान होने वाली सौदेबाजी में मेरिन पाल को भी रूस की जेल से छुड़ाना चाहता है। पाल को रूस में जासूसी के आरोप में वर्ष 2020 में दोषी ठहराया गया था। वहीं रूस के विक्‍टर बाउट, जो कि रूसी बिजनेसमेन हैं को वर्ष 2012 में अमेरिकी कोर्ट ने सजा सुनाई थी। विक्‍टर अब तक 25 साल की सजा काट चुका है।

अमेरिका और रूस के बीच अब इनको ही एक दूसरे के ऐवज में छुड़ाने पर सौदेबाजी होगी। पिछले सप्‍ताह इसकी रूपरेखा तैयार की गई थी। हालांकि इस बातचीत को लेकर रूस के विदेश मंत्री सर्गी लावरोव ने साफ कर दिया है कि इसको लेकर मीडिया में वो कुछ भी बयान नहीं देंगे। ये बातचीत केवल कूटनीतिक तरीके से कुछ चुनिंदा लोगों के बीच ही होगी। इसको लेकर फिलहाल वो कुछ नहीं कहेंगे। कुछ दिन पहले व्‍हाइट हाउस के अधिकारी जान किर्बी ने लावरोव पर तंज कसते हुए कहा था कि ये उनके लिए एक अच्‍छा मौका है। इस पर रूस ने कोई भी टिप्‍पणी करने से साफ इनकार कर दिया है। एक सवाल के जवाब में क्रेमलिन ने कहा कि किर्बी ने जो कहा उसको भूल जाओ।

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