20 प्रख्यात अमेरिकी सांसदों के एक समूह ने मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से यूक्रेन को मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए भारत, ब्राजील, मिस्र और यूएई जैसे देशों से संपर्क करने का आग्रह किया क्योंकि रूस उन्हें गैर-शत्रुतापूर्ण मानता है। सांसदों ने बाइडन को लिखे एक पत्र में कहा कि यूक्रेन में जहां तक संभव हो जान बचाने की अमेरिका की नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता की स्थापना करना यूक्रेन के लोगों को भूखा रखने के रूसी लक्ष्य का मुकाबला करते हुए इसे पूरा करने का तरीका प्रदान करेगा।
मानवीय गलियारों पर समझौते नाकाम
कांग्रेस सदस्य लू कोरिया और कांग्रेसी यंग किम जैसे डेमोक्रेटिक सांसदों के नेतृत्व में सांसदों ने लिखा है कि यूक्रेन में सहायता वितरण के लिए मानवीय गलियारों की गारंटी के लिए रूस और यूक्रेन के बीच पिछले समझौते नाकाम साबित हुए हैं। विशेष रूप से सड़कों को नष्ट करने और परिवहन मार्गों को बर्बाद करने के लिए रूसी गोलाबारी जारी है।
कीव में कुछ दिनों में हो सकती है भोजन और पानी की कमी
इसके अलावा अमेरिकी खुफिया विभाग ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन की राजधानी कीव में कुछ दिनों में भोजन और पानी की कमी हो सकती है। सांसदों ने बाइडन से आग्रह किया कि वे अमेरिका द्वारा आयोजित और समर्थित तत्काल आवश्यक गैर-सैन्य आपूर्ति के मानवीय एयरलिफ्ट पर विचार करें। जवाब में रूस को या तो मानवीय सहायता का समर्थन करने पर सहमत होना पड़ेगा या युद्धग्रस्त देश में भोजन और पानी ले जाने वाले विमानों को नीचे गिराने की धमकी देगा जो रूस को विश्व स्तर पर और अलग-थलग कर देगा।
इस प्रस्ताव में जोखिम यह है कि यूक्रेन के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने वाले विमानों को मार गिराया जा सकता है। इसलिए हम आपके प्रशासन से ब्राजील, भारत, मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात सहित इन उड़ानों को लेकर पायलटों की भर्ती के लिए गैर-शत्रुतापूर्ण के रूप में देखे जाने वाले देशों तक तुरंत संपर्क का आग्रह करते हैं। सांसदों ने लिखा है कि मानवीय मिशनों के लिए यूक्रेन में गैर-शत्रुतापूर्ण के रूप में देखे जाने वाले देशों से उड़ानें राष्ट्रपति पुतिन के लिए उन्हें दुश्मन के लड़ाकों के रूप में देखना मुश्किल होगा और रूसी सेना भी उन्हें निशाना नहीं बनाएगी।