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अमरुल्लाह सालेह (Amrullah Saleh) भी पंजशीर में ही रेजिस्टेंस फोर्स के साथ मौजूद हैं.
अफगानिस्तान (Afghanistan) में मचा कोहराम जारी है. अमेरिका (US) ने तालिबान (Taliban) से जो 31 अगस्त वाला वादा किया था उसे बखूबी निभाया. राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) की फौज आखिरकार अफगान लोगों को बीच मझदार में धकेलने के बाद टाटा बाय-बाय करते हुये निकल गई. इस बीच काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) पर पूरी तरह से तालिबानियों का कब्जा होने से पहले आतंकी संगठन ने पंजशीर (Panjsheer) पर हमला किया जिसमें करीब सात से आठ तालिबानी लड़ाके ढेर हो गए.
नाकाम हुआ तालिबान का मंसूबा
हालांकि पंजशीर में दाखिल होने की हालिया तालिबानी कोशिश नाकाम रही. कई तालिबानी आतंकवादी पंजशीर के जवानों की जवाबी कार्रवाई में ढेर कर दिये गये. इस दौरान रेजिस्टेंस फोर्स के कुछ जवान भी घायल हुये. अहमद मसूद जूनियर (Ahmad Massoud Junior) की अगुवाई वाली रेजिस्टेंस फोर्स (Anti-Taliban Resistance Force) के प्रवक्ता फहीम दशती ने बयान जारी करते हुये कहा, ' तालिबान ने पंजशीर में अपनी ताकत आजमाने की कोशिश की थी लेकिन वो नाकाम रहा.
पंजशीर में एंटी तालिबान रेजिस्टेंट फोर्स की ताकत बरकरार
दरअसल रेजिस्टेंस फोर्स की कमान लेजेंडरी अफगान कमांडर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद जूनियर (Ahmad Massoud Junior) सभांल रहे हैं. उनके साथ अफगानिस्तान के केयर टेकर प्रेसिडेंट (Care Taker President) अमरुल्लाह सालेह (Amrullah Saleh) भी पंजशीर में ही रेजिस्टेंस फोर्स के साथ मौजूद हैं.
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