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पाकिस्तान को तालिबान की बड़ी चेतावनी, कहा- 'हम पर हुक्म नहीं चला सकता है'
Rounak Dey
12 July 2021 5:32 AM GMT

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पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से लगने वाली सीमा को घेरना शुरू कर दिया है और निगरानी को बढ़ा दिया है.
पाकिस्तान (Pakistan) को तालिबान (Taliban) की तरफ से एक बड़ी चेतावनी मिली है. तालिबान के प्रवक्ता (Taliban's Spokesperson) सुहैल शाहीन (Suhail Shaheen) ने कहा है कि तालिबान की अफगानिस्तान में बातचीत के जरिए समझौता करने में मदद करने के लिए पाकिस्तान का स्वागत किया जाएगा. लेकिन इस्लामाबाद हमें निर्देश या फिर हम पर अपने विचार नहीं थोप सकता है. तालिबानी प्रवक्ता ने ये बयान पाकिस्तान के जियो न्यूज के प्रोग्राम 'जिगरा' में दिए एक इंटरव्यू में दिया. ये प्रोग्राम रविवार देर रात प्रसारित किया गया.
प्रोग्राम के दौरान ये पूछे जाने पर कि वह पाकिस्तान के साथ अफगान तालिबान के संबंधों को कैसे देखते हैं. खासतौर पर उन रिपोर्टों के संदर्भ में कि तालिबान पाकिस्तान को सुनने के लिए तैयार नहीं है. इस पर तालिबानी प्रवक्ता ने कहा, हम भाईचारे वाले संबंध चाहते हैं. वे (पाकिस्तान) हमारे पड़ोसी हैं, एक मुस्लिम देश हैं और हमारे साझा मूल्य हैं, जिसमें ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दे शामिल हैं. उन्होंने कहा, वे शांति प्रक्रिया में हमारी मदद कर सकते हैं, लेकिन हम पर हुक्म नहीं चला सकते और न ही अपने विचार थोप सकते हैं. और ये अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों के खिलाफ है.
तालिबान ने इस्लामी देश स्थापित करने की बात कही
अफगानिस्तान के इस्लामी देश के रूप में तालिबान की मांग के बारे में बात करते हुए शाहीन ने कहा कि इस्लामी देश होना अफगानिस्तान के लोगों का एक वैध अधिकार है. हम दूसरी सरकारों के बारे में कुछ नहीं कहते हैं. उन्हें अपना विचार नहीं थोपना चाहिए. उन्होंने इस बात को दोहराया कि अपने विचारों को थोपना अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों के अनुसार भी नहीं है. ये पूछे जाने पर कि क्या तालिबान प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) को स्वीकार करेगा, क्योंकि उसने तालिबान के प्रति अपनी निष्ठा दिखाई है. इस पर शाहीन ने कहा, मुझे TTP के बारे में नहीं मालूम है. लेकिन मैं आपको इस्लामिक देश की नीति के बारे में बताऊंगा.
अफगानिस्तान के 85 फीसदी हिस्से पर तालिबान का कब्जा
तालिबान प्रवक्ता ने कहा, हम किसी व्यक्ति और न ही किसी समूह को अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल करने देंगे. मैंने कई इंटरव्यू में ये कहा है और मुझे लगता है कि हमारी स्थिति स्पष्ट है और सभी को पता है. गौरतलब है कि अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद से ही तालिबान तेजी से एक्टिव हो चुका है और देश के बड़े हिस्से पर कब्जा जमाने में जुट गया है. तालिबान ने दावा किया है कि इसने अफगानिस्तान के 85 फीसदी हिस्से पर कब्जा जमा लिया है. यही वजह है कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से लगने वाली सीमा को घेरना शुरू कर दिया है और निगरानी को बढ़ा दिया है.

Rounak Dey
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