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पिछले महीने तालिबान के शिक्षा मंत्रालय ने घोषणा की थी कि केवल लड़कों के स्कूल फिर से खुलेंगे और सिर्फ पुरुष शिक्षक ही ड्यूटी पर लौटेंगे।
तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कतर की राजधानी दोहा में कहा कि तालिबान अफगानिस्तान में समावेशी सरकार बनाने के लिए तैयार है, लेकिन चुनाव के लिए नहीं। शाहीन ने कहा कि तालिबान ने कार्यवाहक सरकार में पुरातन अल्पसंख्यक समुदाय को शामिल किया है और जल्द ही महिलाओं को भी शामिल किया जाएगा।
महिलाओं व गैर तालिबानी को कार्यवाहक सरकार में शामिल नहीं किए जाने को लेकर तालिबान की दूसरे देशों के साथ ही अफगानिस्तान के लोगों ने भी आलोचना की है। उल्लेखनीय है कि तालिबान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल दोहा में अमेरिकी प्रतिनिधियों के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत कर रहा है।
दूसरी तरफ, अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पहली बार कुंदुज, बल्ख व सर ए पुल प्रांतों के स्कूलों में छात्राओं की वापसी हुई है। टोलो न्यूज ने बल्ख के प्रांतीय शिक्षा विभाग के प्रमुख जलील सैयद खिली के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सभी बालिका विद्यालय खुल गए हैं। खिली ने कहा, 'हमने लड़कियों और लड़कों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की है।'
बल्ख की राजधानी मजार ए शरीफ निवासी छात्रा सुल्तान रजिया ने कहा, 'शुरुआत में कुछ छात्राएं ही स्कूल आ रही थीं, लेकिन अब उनकी संख्या बढ़ रही है।' एक अन्य छात्रा तबसोम ने कहा, 'शिक्षा हमारा अधिकार है। हम अपने देश को बेहतर बनाना चाहते हैं और कोई भी हमसे शिक्षा का अधिकार नहीं छीन सकता।'
मजार ए शरीफ के इस स्कूल में 4,600 से अधिक छात्र व 162 शिक्षक हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले महीने तालिबान के शिक्षा मंत्रालय ने घोषणा की थी कि केवल लड़कों के स्कूल फिर से खुलेंगे और सिर्फ पुरुष शिक्षक ही ड्यूटी पर लौटेंगे।
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