अफगानिस्तान (Afghanistan) की कार्यवाहक सरकार के शासकों ने ईरान में तालिबान विरोधी गुट के नेताओं के साथ बैठक की। तेहरान में रविवार को हुई अपनी तरह की इस पहली बैठक में तालिबान ने पूर्व विरोधियों को मनाने की कोशिश की।
तालिबान की तरफ से नियुक्त अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने सोमवार को एक वीडियो संदेश में कहा, 'बैठक के दौरान विरोधी गठबंधन के नेताओं को कहा गया कि वे अफगानिस्तान लौट सकते हैं। उन्हें सुरक्षा की गारंटी भी दी गई।' विरोधी गठबंधन को नेशनल रजिस्टेंस फ्रंट के रूप में जाना जाता है। इसके नेता अहमद मसूद हैं, जिनके पिता अहम शाह मसूद की वर्ष 2001 में हत्या हो गई थी। 15 अगस्त को तालिबान द्वारा काबुल पर कब्जा कर लिए जाने के बाद यह गठबंधन एकजुट हो गया था।
हेरात प्रांत के पूर्व गवर्नर इस्माइल खान ने अहमद मसूद का साथ दिया था।अमेरिकी व उसके सहयोगी देशों की सेनाओं की वापसी के बाद तालिबान विरोधी लड़ाकों ने पंजशीर घाटी में अपना बेस बना लिया था और कई हफ्तों तक तालिबानी लड़ाकों को उस क्षेत्र में घुसने नहीं दिया था। अब भी उस इलाके में तालिबान के खिलाफ विद्रोही स्वर बुलंद होते रहते हैं।