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इसे तुरंत रोकना चाहिए. व्लादिमीर पुतिन के युद्ध के बावजूद हम आपको देख रहे हैं.
रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद युद्ध जारी है. रूसी सेना जहां लगातार राजधानी कीव की तरफ बढ़ रही है. वहीं, यूक्रेनी सेना भी डटकर मुकाबला कर रही है. जहां एक तरफ पूरी दुनिया का ध्यान इस युद्ध पर लगा हुआ है. वहीं, इसका फायदा उठाकर तालिबान अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान के तहत लोगों के घरों पर छापेमारी कर रहा है.
हथियार किए बरामद
हालांकि, इस छापेमारी को लेकर तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक प्रेस कांफ्रेन्स में कहा कि शुक्रवार से शुरू हुए तलाशी अभियान में दर्जनों किडनेपर, तस्कर और अन्य अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. इंडिपेंडेंट में छपी खबर के अनुसार, ऑपरेशन को सफल बताते हुए मुजाहिद ने कहा कि राजधानी और उसके पड़ोसी प्रांतों के आसपास तलाशी का उद्देश्य हथियार इकट्ठा करना था. तालिबानी नेता ने कहा कि छापे में 60,000 से अधिक गोला-बारूद, 13 बख्तरबंद वाहन, 13 टन बारूद और विस्फोटक के साथ रॉकेट लॉन्चर और हथगोले जब्त किए गए हैं.
किडनेपर, ISIS सदस्य गिरफ्तार
तलाशी अभियान के बाद तालिबान ने कहा कि छापेमारी के दौरान 9 किडनेपर, 6 ISIS सदस्य और 53 चोरों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, 2 अगवा किए गए लोगों को भी छुड़ाया गया है.
नागरिकों ने पीटने का लगाया आरोप
हालांकि, तालिबान के इस डोर-टू-डोर अभियान की काफी आलोचना भी हो रही है. कई नागरिकों ने दावा किया कि छापे के दौरान नागरिकों को पीटा गया था. काबुल के एक मजदूर की पत्नी ने द वाशिंगटन पोस्ट को बताया कि करीब आधा दर्जन तालिबान लड़ाके शनिवार को तलाशी के लिए उनके घर आए. ये लोग चाकू लेकर परिवार के बैठने के कमरे में रखे कुशन तक गए, उन्हें खोलकर फर्श पर फेंक दिया. अलमारियों से परिवार की तस्वीरें खींच लीं और कपड़े अलमारी से बाहर फेंक दिए.
पूर्व सरकार से बताए संबंध
मजदूर की पत्नी ने बताया कि तालिबान लड़ाकों ने कहा कि वे हथियारों की तलाश में थे. उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि आपके पूर्व शासन के साथ संबंध थे. लेकिन मैंने कहा कि मेरे पति ने कभी सरकार के लिए काम नहीं किया. जब तालिबान लड़ाकों को घर में कुछ नहीं मिला, तो उन्होंने मजदूर के किशोर बेटे को पीटा और एक पारिवारिक कार चुरा ली.
अंतरराष्ट्रीय अधिकारियों ने की निंदा
इस अभियान के बाद अफगानिस्तान में अंतरराष्ट्रीय अधिकारियों ने छापेमारी की ओर ध्यान आकर्षित करने की मांग की है. अफगानिस्तान में यूरोपीय संघ के राजदूत एंड्रियास वॉन ब्रांट ने ट्विटर पर एक बयान में कहा कि विभिन्न जातीय समूहों और महिलाओं के सदस्यों के खिलाफ धमकी, घर की तलाशी, गिरफ्तारी और हिंसा अपराध हैं और इसे तुरंत रोकना चाहिए. व्लादिमीर पुतिन के युद्ध के बावजूद हम आपको देख रहे हैं.
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