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तालीबानी प्रवक्ता ने कहा- सालों तक मैं अमेरिका की नाक के नीचे रहा, वो पकड़ न पाए
अफगानिस्तान (Afghanistan) की नई तालिबान सरकार (Taliban Government) में मुल्ला अब्दुल गनी बरादर (Abdul Ghani Baradar) के डिप्टी प्रधानमंत्री बनाया गया. न्यूज साइटों पर दो दिनों से इस तरह की खबरें प्रसारित हो रही है कि मुल्ला बरादर एक संघर्ष के दौरान घायल हो गया है या मारा गया है. तालिबान ने ऐसी खबरों को सिरे से खारिज किया है. वहीं. मुल्ला बरादर ने भी ऑडियो मैसेज देकर खुद को फिट बताया है.
मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के ऑडियो मैसेज को तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने सोमवार को ट्विटर पर जारी किया. मैसेज में मुल्ला बरादर कह रहा है कि वह जिंदा है और बिल्कुल ठीक है. एक हफ्ते पहले घोषित अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार के दो उप प्रधानमंत्रियों में से एक बरादर के अनास हक्कानी के साथ सत्ता संघर्ष में मारे जाने की अफवाहें उड़ी थीं.
तालीबानी प्रवक्ता ने कहा- सालों तक मैं अमेरिका की नाक के नीचे रहा, वो पकड़ न पाए
هغه آوازې چې د محترم ملا برادر آخند په اړه
— Dr.M.Naeem (@IeaOffice) September 13, 2021
په ځينو رسنيو کې کېږي چې ګواکی څه مشکل پېښ شوی هېڅ حقيقت نه لري. دا ددښمن پوچ تبليغات دي.
شايعاتيکه در مورد محترم ملا برادر آخند در بعض رسانه ها پخش ميشود که کدام مشکل رخ داده هیچ حقيقت ندارد. اين همه تبليغات بى اساس دشمن است.
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इससे पहले रविवार को पंजशीर के प्रतिरोधी मोर्चा के ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया गया था कि अनास हक्कानी के साथ सत्ता संघर्ष के दौरान मुल्ला गनी बरादर की मौत हो गई है या वह घायल हो गया है. प्रतिरोधी मोर्चा ने ट्वीट कर कहा था कि दोनों पिछले कुछ दिनों से मीडिया से दूर हैं. साथ ही यह भी कहा गया था कि इस घटना के समय आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद भी मौजूद थे.
कराची से हुआ था गिरफ्तार
मुल्ला अब्दुल गनी बरादर का जन्म 1968 में अफगानिस्तान के कंधार में हुआ. बरादर तालिबान में दूसरे नंबर का नेता है. 1996 से 2001 तक जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर राज किया, तब मुल्ला बरादर ने अहम भूमिका निभाई थी. हालांकि, 2001 में अमेरिका के अफगानिस्तान में हमले के बाद से वह अफगानिस्तान छोड़कर भाग गया था. फरवरी 2010 में अमेरिका ने उसे पाकिस्तान के कराची शहर से गिरफ़्तार किया. 2012 तक अफगानिस्तान सरकार शांति वार्ता को बढ़ावा देने के लिए जिन कैदियों की रिहाई की मांग करती थी, उसमें बरादर का नाम हर लिस्ट में होता था.
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