विश्व
तालिबान को मिला कतर का साथ, विदेश मंत्री ने कहा- 'साझेदीर से कमजोर आवाजों को मिलेगी ताकत'
Deepa Sahu
13 Oct 2021 6:30 PM GMT
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कतर के विदेश मंत्री ने कहा है
कतर के विदेश मंत्री ने कहा है कि अफगानिस्तान और उसके नए तालिबान शासकों को अलग-थलग करना कभी समाधान नहीं हो सकता. उन्होंने बुधवार को कहा कि तालिबान के साथ साझेदारी से कमजोर आवाजों को ताकत दी जा सकती है. विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी (Sheikh Mohammed bin Abdulrahman Al Thani) ने कतर में हो रहीं कूटनीतिक वार्ताओं के बीच यह बात कही. तालिबान ने अगस्त में अफगानिस्तान पर कब्जा करने से पहले सालों तक कतर में अपना एक राजनीतिक कार्यालय संचालित किया.
दुनिया की नजरें इस बात पर हैं कि दो दशक की चरमपंथी गतिविधियों और शासन पाने के लिए जंग के बाद काबुल पर नियंत्रण पाने तक तालिबान में किस तरह का बदलाव हुआ है (Taliban Qatar Meeting). अमेरिका, 10 यूरोपीय देशों और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों ने इस सप्ताह कतर की राजधानी दोहा में तालिबान के नेताओं के साथ आमने-सामने बैठकर बातचीत की जो तालिबान के शासन पर काबिज होने के बाद से इस तरह की पहली बैठक है.
थानी- सही कदम उठाने को कहें
अल थानी ने दोहा में आतंकवाद निरोधक विशेषज्ञों से कहा कि कतर का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को केवल तालिबान के 'नकारात्मक कदमों' के लिए उन्हें दंडित करने की बात करने के बजाय उनसे सही कदम उठाने के लिए कहना चाहिए (Taliban Afghanistan Latest Update). उन्होंने कहा, 'इससे प्रगति और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा.' अल थानी ने कहा, 'इससे कमजोर आवाजों को उनकी सरकार में और अधिक प्रभावशाली बनने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करने में मदद मिलेगी.'
अमेरिका ने तालिबान से क्या कहा?
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने मंगलवार को कहा कि वाशिंगटन ने इस सप्ताह तालिबान के साथ बातचीत में स्पष्ट कर दिया है कि इस संगठन को आतंकवाद से लड़ने एवं मानवाधिकारों को बचाने से संबंधित मुद्दों पर उसकी कार्रवाई से परखा जाएगा (Taliban Qatar Talks). वहीं कतर से इससे पहले भी तालिबान को लेकर कई बयान दिए हैं. विदेश मंत्री ने बीते महीने की शुरुआत में कहा था कि तालिबान को अगर अलग-थलग किया तो इससे अस्थिरता और ज्यादा बढ़ सकती है. उन्होंने कहा था कि अफगानिस्तान में सुरक्षा और सामाजिक आर्थिक चिंताओं को दूर करने के लिए सभी को आगे आना चाहिए.
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