पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के यूएनजीए में दिए गए भाषण पर बवाल मचा हुआ है। अब तालिबान और दूसरे अफगान नेताओं ने उनके अफगानिस्तान पर लगाए गए आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। तालिबान ने कहा है कि अफगानिस्तान में किसी भी सशस्त्र समूह की मौजूदगी नहीं है। तालिबान ने पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए यह भी कहा कि दुनिया को निराधार चिंताओं और आरोपों को उठाने के बजाय अपने विचारों और चिंताओं को साझा करने के लिए इस्लामी अमीरात के साथ सकारात्मक रूप से जुड़ना चाहिए। वहीं, अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी देश अफगानिस्तान के लोगों, संस्कृति और विरासत के खिलाफ आतंकवाद का पोषण और इस्तेमाल कर रहा है। पूर्व उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने भी ऐसा लगता है कि पाकिस्तानी सेना सभी आतंकवादियों को पनाह देने और समर्थन करने में तालिबान के ओवर परफॉर्मेंस से खुश नहीं है।