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हथियारों के साथ तालिबानी लड़ाके, घसीटकर घर से बाहर निकाला और फिर की हत्या

Neha Dani
31 Aug 2021 11:13 AM GMT
हथियारों के साथ तालिबानी लड़ाके, घसीटकर घर से बाहर निकाला और फिर की हत्या
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जो दो दशकों से अरबों डॉलर की विदेशी सहायता पर टिका हुआ था.

अफगानिस्तान (Afghanistan) के लोक गायक फवाद अंदाराबी (Fawad Andarabi) की शुक्रवार को काबुल (Kabul) के उत्तर में एक अशांत पर्वतीय प्रांत में हत्या कर दी गई. उन्हें घसीटकर घर से बाहर निकाला गया और फिर उनकी हत्या कर दी गई. एक स्थानीय पत्रकार ने सीएनएन को इसकी जानकारी दी. 20 पहले तालिबान (Taliban) के शासन के दौरान भी लोगों की इस तरह से हत्या कर दी जाती थी. उस दौरान भी संगीत पर तालिबान ने प्रतिबंध (Music ban in Taliban Rule) लगाया हुआ था. ऐसे में इस बात की आशंका है कि कहीं इस बार भी चरमपंथी ऐसा ही न करें.

फवाद अंदाराबी के बेटे जवाद ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि गायक को उत्तरी बगलान प्रांत (Baghlan province) में अंदाराब घाटी (Andarab Valley) में परिवार के खेतों में ले जाकर सिर में गोली मारी गई. बेटे ने कहा, वह बेकसूर थे. वे सिर्फ एक गायक थे, जो लोगों का मनोरंजन करते थे. अफगानिस्तान के पूर्व गृह मंत्री मसूद अंदाराबी ने गायक की हत्या की सार्वजनिक रूप से जानकारी दी. वह इसे जिले से आते हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा, अंदाराब में तालिबान की क्रूरता जारी है. आज उन्होंने लोकगीत गायक फवाद अंदाराबी को बेरहमी से मार डाला, जो इस घाटी और इसके लोगों के लिए खुशी ला रहे थे.
संगीत को प्रतिबंधित करने पर क्या बोला तालिबान?
इस हत्या ने 1996 से 2001 तक अफगानिस्तान के कब्जे के दौरान तालिबान द्वारा लगाए गए कठोर नियमों की वापसी को लेकर चिंता पैदा कर दी है. उस समय तालिबान ने संगीत के अधिकांश रूपों को गैर-इस्लामी मानते हुए प्रतिबंधित कर दिया था. द न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद (Zabiullah Mujahid) ने कहा, इस्लाम में संगीत की मनाही है. जब उनसे ये सवाल किया गया कि क्या एक बार फिर तालिबान की वापसी से संगीत को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि तालिबान को उम्मीद है कि वह लोगों पर दबाव बनाने के बजाय उन्हें ऐसा करने के लिए राजी कर सकता है.
तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट को पूरी तरह अपने कब्जे में कर सुरक्षा का किया वादा
अफगानिस्तान से अमेरिकी बलों की पूर्ण वापसी के बाद तालिबान ने काबुल के इंटरनेशनल एयरपोर्ट को पूरी तरह अपने नियंत्रण में ले लिया है. इस दौरान वहां पर खड़े होकर, तालिबान नेताओं ने देश को सुरक्षित करने, हवाईअड्डे को फिर से खोलने और पूर्व प्रतिद्वंद्वियों को माफी देने का संकल्प जताया. देश को नियंत्रण में लेने का संकेत देते हुए पगड़ी पहने तालिबान नेताओं को 'टरमैक' पार करते हुए, उनकी बदरी इकाई के लड़ाकों ने घेर लिया. इस दौरान उन्होंने खाकी वर्दी में तस्वीरें भी खिंचवाईं. एयरपोर्ट को फिर से चालू करना तालिबान के सामने 3.8 करोड़ की आबादी वाले देश पर शासन करने की बड़ी चुनौतियों में से एक है, जो दो दशकों से अरबों डॉलर की विदेशी सहायता पर टिका हुआ था.

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