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तालिबान ने अफगानिस्तान में फैशन मॉडल को हिरासत में लिया, 'इस्लाम और कुरान' का अपमान करने का लगा आरोप

Renuka Sahu
10 Jun 2022 2:47 AM GMT
Taliban detains fashion model in Afghanistan, accused of insulting Islam and Quran
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फाइल फोटो 

तालिबान ने इस्लाम और कुरान के अपमान के आरोप में अफगानिस्तान के एक मशहूर फैशन मॉडल और उनके तीन साथियों को हिरासत में ले लिया है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। तालिबान ने इस्लाम और कुरान के अपमान (Taliban Insulting Islam) के आरोप में अफगानिस्तान के एक मशहूर फैशन मॉडल और उनके तीन साथियों को हिरासत में ले लिया है. तालिबान के खुफिया महानिदेशालय ने मंगलवार को ट्विटर पर वीडियो पोस्ट किया, जिसमें फैशन मॉडल अजमल हकीकी के हाथों में हथकड़ी लगी दिखाई देती है. व्यापक रूप से प्रसारित और विवादास्पद वीडियो में हकीकी के सहयोगी गुलाम सखी कुरान (Quran) की अरबी आयतों को हास्यपूर्ण आवाज के साथ बोलते हैं, जिस पर हकीकी को हंसते हुए देखा जा सकता है.सखी समेत तीन अन्य साथियों के साथ मौजूद हकीकी ने कहा, 'मैं अफगानिस्तान के लोगों, आदरणीय धार्मिक विद्वानों और इस्लामी अमीरात से माफी मांगता हूं.' सखी हिरासत में लिए जाने से पहले भी दो बार माफी मांग चुके थे.

इस वीडियो में वह दारी भाषा में बोलते हैं, 'किसी को भी कुरान की आयतों और पैगंबर मोहम्मद की कही बातों का अपमान करने की इजाजत नहीं है.' इस घटना के सामने आने के बाद एमनेस्टी इंटरनेशनल ने बुधवार को बयान जारी कर तालिबान से हकीकी और उनके साथियों को तत्काल और बिना शर्त रिहा करने को कहा है. एमनेस्टी ने तालिबान द्वारा अफगानिस्तान में हिरासत में लिए जा रहे मामलों का दस्तावेजीकरण किया है. इस देश में जब से तालिबान लौटा है, तभी से देश में असंतोष को दबाने और लोगों को अपने विचार व्यक्त करने से रोकने के लिए हिरासत में लिया जा रहा है.
एमनेस्टी ने गिरफ्तारियों की निंदा की
एमनेस्टी दक्षिण एशिया की कैंपेनर समीरा हमीदी ने इन गिरफ्तारियों की निंदा की है और कहा है कि तालिबान ने हकीकी और उनके साथियों को हिरासत में लेकर और उन्हें माफी मांगने के लिए मजबूर करके अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर जोरदार हमला किया है. उन्होंने अपने बयान में तालिबान द्वारा उन लोगों पर सेंसरशिप लगाए जाने की निंदा भी की, जो अपने विचार व्यक्त करते हैं. काबुल में तालिबानी अधिकारियों ने इस मामले में कुछ नहीं कहा है. साथ ही इस बात की जानकारी भी नहीं दी गई है कि मॉडल और उनके साथियों को तालिबान के न्यायालय के सामने किन कानूनों का सामना करना पड़ेगा.
मॉडल के परिवार ने भी कोई बयान नहीं दिया है. बता दें तालिबान ने बीते साल अगस्त महीने में इस देश की सत्ता को अपने हाथों में लिया था. उसी दौरान अमेरिकी सरकार 20 साल से जारी सैन्य अभियान को खत्म कर यहां से निकली थी. जिसके चलते अफगानिस्तान की पश्चिमी देशों के समर्थन वाली सरकार भी गिर गई. तभी से तालिबान ने इस्लामी कानून के तहत लोगों के अधिकारों को कुचलना शुरू कर दिया है.
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