अफ़ग़ान के राष्ट्रपति भवन पर तालिबान कमांडरों ने कब्ज़ा कर लिया है. बता दें कि अफगानिस्तान में सत्ता फिर से तालिबान के हाथों में आ गई है. एक बार फिर तालिबान अपने पैरों पर खड़ा है, मजबूत हो रहा है. उसके लड़ाकों को काबुल में घुसने का फरमान मिल चुका है. अफगानिस्तान के ज्यादातर हिस्सों पर तालिबान ने अपना कब्जा जमा लिया है. बीते कुछ दिनों में स्थिति काफी तेजी से बदली और महज 103 दिनों में ही तालिबान ने अफगानिस्तान की सेना को घुटनों पर ला दिया. अफगानिस्तान के मौजूदा आंतरिक मंत्री ने रात 9 बजे से कर्फ्यू का ऐलान किया है. आइए आपको बताते हैं अफगानिस्तान में अब तक के 10 बड़े अपडेट्स-
1. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़ चुके हैं और वे अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के साथ ताजिकिस्तान के लिए निकल गए हैं.
2. अफगानिस्तान में अब अंतरिम सरकार का गठन किया जा रहा है. इस अंतरिम सरकार का चीफ अली अहमद जलाली को बनाया जा रहा है. जलाली अफगानिस्तान के लिए जर्मनी के पूर्व राजदूत रह चुके हैं.
3. अब जितनी बड़ी बात राजनीतिक फेरबदल है, उससे भी ज्यादा बड़ी बात इस फैसले में तालिबान की सक्रियता है. जिस समय अली अहमद जलाली को सत्ता सौंपने की बात हो रही थी, तब काबुल में तालिबानी नेता मुल्ला अब्दुल गनी मौजूद थे. ऐसे में अंतरिम सरकार में तालिबान कितना हस्तक्षेप करता है, इस पर संशय है.
4. तालिबान की बढ़ती ताकत की वजह से अफगानिस्तान से अब भारतीय राजनयिकों को वापस बुलाया जा रहा है. काबुल से एक एयर इंडिया की एक फ्लाइट दिल्ली लैंड भी कर चुकी है. उस फ्लाइट के जरिए 120 यात्री भारत वापस आए हैं. कनाडा समेत कई देशों ने दूतावास सस्पेंड कर दिया है.
5. - काबुल को लेकर तालिबान की रणनीति पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. एक तरफ जोर देकर कहा जा रहा है कि तालिबान, काबुल पर बलपूर्वक कब्जा नहीं जमाएगा, वहीं उसके प्रवक्ता कह रहे हैं कि लूटपाट और अराजकता को रोकने के लिए काबुल में उसके लड़ाके घुसेंगे.
6. अफगानिस्तान में बिगड़ती स्थिति की वजह से कई देश अब इस मुल्क से अपना संपर्क तोड़ रहे हैं. सोमवार से UAE की Flydubai एयरलाइन की कोई भी फ्लाइट काबुल नहीं जाएगी.
7. एक तरफ तालिबान अफगानिस्तान के इलाकों पर कब्जा जमा रहा है, वहीं दूसरी तरफ अपने कई साथियों को जेल से छुड़ाने में कामयाब हो रहा है. रविवार को तालिबान ने सबसे बड़ी जेल बाग्राम पर हमला बोला था.
8. काबुल पर नजरे जमाए तालिबान को तब बड़ी सफलता मिल गई जब उसने जलालाबाद पर अपना कब्जा कर लिया. इसे तालिबान की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया गया. इस वजह से अफगानिस्तान की राजधानी काबुल देश के पूर्वी हिस्से से कट गई.
9. अफगानिस्तान के काबुल में नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है. तालिबान के बढ़ते खतरे को देखते हुए अब रात 9 बजे के बाद लोगों को घर से ना निकलने की अपील की गई है.
10. अफगानिस्तान में सत्ता परिवर्तन होना तय है. अब कोशिश ये है कि उस सत्ता परिवर्तन के दौरान हिंसा ना हो. ऐसे में अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति ने कॉर्डिनेशन काउंसिल बना दी है. उनकी तरफ से सरकार और तालिबान से अपील की गई है कि काबुल में जारी बवाल को रोका जाए.