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एयरपोर्ट पर तालिबान ने किया कब्जा
अफगान सेना के लिए तालिबान को रोकना लगभग नामुमकिन होता जा रहा है. हर रोज वह किसी न किसी शहर पर कब्जा करते जा रहे हैं. बुधवार को तालिबान के लड़ाकों ने एक बार फिर अफगान सेना को घुटनों पर लाते हुए कुंदुज प्रांत के भी अधिकतर हिस्से पर कब्जा जमा लिया है. कुंदुज एयरपोर्ट भी अफगानिस्तान के हाथ से निकल गया है.
यही नहीं भारतीय वायु सेना द्वारा अफगान सेना को दिया गया एक हेलिकॉप्टर भी तालिबान ने अपने कब्जे में ले लिया है. भारतीय वायुसेना के Mi-24 अटैक हेलिकॉप्टर को साल 2019 में अफगानिस्तान सरकार को सौंपा गया था. मई, 2019 में भारत सरकार ने अफगान सरकार को ऐसे दो हेलिकॉप्टर सौंपे थे. वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि इनमें से एक हेलिकॉप्टर पर अब तालिबान का कब्जा है.
तीन देशों के बीच हुआ था करार
साल 2019 मई में भारत सरकार ने दो हेलिकॉप्टर अफगान सरकार को सौंपे थे. अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत विनय कुमार ने अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री असदुल्लाह खालिद को ये हेलिकॉप्टर सौंपे थे. साल 2015 में भी भारत अफगानिस्तान को Mi-24 हेलिकॉप्टर दे चुका था. भारत, बेलारूस और अफगानिस्तान के बीच 2018 में एक करार हुआ था, जिसके तहत अफगानिस्तान को पुराने हेलिकॉप्टर की मरम्मत कर सौंपे जाएंगे. अफगानिस्तान को सबसे ज्यादा Mi-24 हेलिकॉप्टर भारत ने ही दिए हैं.
पूर्वोत्तर हिस्से पर तालिबान का कब्जा
तालिबान ने अफगानिस्तान के तीन और प्रांतों की राजधानियों पर कब्जा जमा लिया है. इसके साथ ही तालिबानी लड़ाकों का अफगानिस्तान के पूर्वोत्तर हिस्से पर लगभग पूरी तरह से कब्जा हो गया है. करीब दो तिहाई अफगानिस्तान पर अब तालिबान का कब्जा है. भीषण युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ कर दिया है कि उनकी सेना 31 अगस्त के बाद अफगानिस्तान में नहीं रुकेगी. जब से अमेरिकी सैनिकों की वापसी का ऐलान हुआ है, तभी से तालिबान ने हमले बेहद तेज कर दिए हैं.
अफगान सैनिकों ने भी घुटने टेके
Video reportingly shows #Taliban captured Kunduz airport with #Afghanistan Air Force Mi-35 Hind attack helicopter pic.twitter.com/u7jZJdR800
— Joseph Dempsey (@JosephHDempsey) August 11, 2021
इस बीच अफगान सैनिकों के भी घुटने टेकने की खबरें हैं. AFP की खबर के अनुसार सैकड़ों अफगान सैनिकों ने तालिबान के आगे समर्पण कर दिया है. इन जवानों के पास कुंदुज एयरपोर्ट की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी. कुंदुज प्रांतीय काउंसिल के सदस्य अमरुद्दीन वली ने कहा कि सैनिक, पुलिस और सुरक्षा बलों ने अपने सभी हथियारों के साथ तालिबान के सामने समर्पण कर दिया है.
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