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तालिबान (Taliban) एक तरफ दुनिया के सामने शांति से अफगानिस्तान (Afghanistan) में सरकार बनाने और उसके संचालन का दावा कर रहा है. लेकिन दूसरी ओर लगातार तालिबान के लड़ाकों द्वारा पंजशीर इलाके में घुसपैठ की कोशिश की जा रही है.
ट्विटर पर नॉर्दर्न एलायंस की ओर से दावा किया गया है कि बीती रात खावक में हमला करने आए तालिबान के करीब 350 लड़ाकों को ढेर कर दिया गया है, जबकि 40 से अधिक को कब्जे में ले लिया गया है. NRF को इस दौरान कई अमेरिकी वाहन, हथियार हाथ लगे हैं.
इससे पहले जानकारी आई थी कि मंगलवार रात को भी तालिबान ने पंजशीर में घुसने की कोशिश की, जहां उसका मुकाबला नॉर्दर्न एलायंस (NA) के लड़ाकों से हुआ.
So far from battle of Khavak last night, taliban has 350 casualties, more than 40 captured & prisoned. NRF got many new American vehicles, weapons & ammunitions as a trophy. Commanded Defense of Khavak,Commander Munib Amiri 👏🏼#AhmadMassoud #Taliban #Panjshir #secondresistance pic.twitter.com/nSlFN47xL2
— Northern Alliance 🇭🇺 (@NA2NRF) September 1, 2021
स्थानीय पत्रकार नातिक मालिकज़ादा द्वारा किए गए ट्वीट के मुताबिक, अफगानिस्तान के पंजशीर के एंट्रेंस पर गुलबहार इलाके में तालिबान लड़ाकों और नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों के बीच मुठभेड़ हुई है. इतना ही नहीं तालिबान द्वारा यहां पर एक पुल उड़ाने की भी खबर है. इसके अलावा कई लड़ाकों को पकड़ा गया है.
इससे पहले सोमवार रात को भी तालिबान और नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों के बीच गोलीबारी हुई थी, तब करीब 7-8 तालिबानी लड़ाकों के मारे जाने की खबर थी. बता दें कि पंजशीर अभी भी तालिबान के कब्जे से दूर है, यहां पर नॉर्दर्न एलायंस अहमद मसूद की अगुवाई में तालिबान के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है.
अहमद मसूद के प्रवक्ता फहीम दश्ती द्वारा भी तालिबान के साथ हुई लड़ाई की पुष्टि की गई थी. फहीम के मुताबिक, सोमवार की रात को पंजशीर में तालिबान ने हमला किया था और घुसपैठ की कोशिश की गई थी लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिली थी. तालिबान पहले ही पंजशीर इलाके में इंटरनेट बंद कर चुका है. हालांकि, बाद में उन्हें खोल दिया गया था.
गौरतलब है कि 30 अगस्त को अमेरिका की सेना ने काबुल एयरपोर्ट को छोड़ दिया है. अब अफगानिस्तान पर पूरी तरह से तालिबान का राज है. तालिबान द्वारा जल्द ही अफगानिस्तान में नई सरकार बनाई जाएगी. तालिबान के बड़े नेता कंधार में मौजूद हैं, जो जल्द ही काबुल का रुख कर सकते हैं. जिसके बाद सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी.
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