अमेरिका और ताइवान तटरक्षक बलों के अधिकारियों ने चीन द्वारा स्व-शासित द्वीप के लोकतंत्र को अलग-थलग करने की कोशिशों के बावजूद सहयोग और संचार में सुधार पर चर्चा की। इस ऑनलाइन बैठक के दौरान ताइवान को चीन का हिस्सा बताने वाले विचार को स्वीकार करने के लिए चीनी दबाव का विरोध करने के मकसद से उठाए जा रहे कदमों की भी चर्चा हुई।
इससे पहले चीन ने लिथुआनिया द्वारा स्वायत्तशासी ताइवान को देश में अपने नाम से कार्यालय खोलने की इजाजत देने के बाद लिथुआनिया के लिए अपने राजदूत को वापस बुला लिया और बाल्टिक देश के शीर्ष प्रतिनिधि को चीन से निष्कासित कर दिया। बता दें कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ताइवान पर कूटनीतिक, आर्थिक एवं सैन्य दबाव बढ़ा दिया है।
ताइपे में अमेरिकी दूतावास ने एक बयान में कहा कि मंगलवार की बैठक में दोनों पक्षों ने खोज और बचाव, आपदा राहत, और पर्यावरण मिशनों के साथ-साथ संचार में सुधार पर चर्चा की। इसके अलावा कर्मचारियों के शैक्षिक आदान-प्रदान को जारी रखने के अवसरों के लिए साझा समुद्री प्रतिक्रियाओं में सुधार के तरीकों पर भी चर्चा की गई। अमेरिका ने इस दौरान दोहराया कि वह ताइवान का समर्थन करता है।