पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में हाल ही में हुए आत्मघाती हमले के मामले में पुलिस ने चार-पांच संदिग्ध संदिग्ध और हैंडलर्स को हिरासत में लिया है। पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री सनाउल्लाह ने यह दावा किया।
गत शुक्रवार को इस्लामाबाद में हुए हमले में एक पुलिसकर्मी और दो संदिग्ध आतंकियों की मौत हो गई थी। इनके अलावा चार पुलिसकर्मी और कम से कम छह अन्य घायल हुए थे। यह हमला उच्च सुरक्षा वाले आवासीय इलाके में हुआ था। वहां से रावलपिंडी से मात्र 15 किलोमीटर दूर हैं, जहां पाकिस्तान के महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठान स्थित हैं। सनाउल्लाह ने बताया कि इस्लामाबाद आतंकी हमले के संदिग्धों को हमने गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही हमने उनके हैंडलर्स को भी पकड़ लिया है।
दूसरा मृतक टैक्सी ड्राइवर था महिला नहीं
सनाउल्लाह के ट्वीट से पता चला है कि जिस कार में आत्मघाती धमाका किया गया उसमें मृत दूसरा व्यक्ति महिला नहीं थी। पुलिस ने पहले दावा किया था कि वह महिला थी। अब कहा गया है कि वह उस टैक्सी कार का ड्राइवर था, जिसे आत्मघातियों ने रावलपिंडी से इस्लामाबाद जाने के लिए किराए पर लिया था।
उन्होंने कहा कि टैक्सी चालक निर्दोष था और हमले में उसकी कोई भूमिका नहीं थी। आतंकवादी कुर्रम एजेंसी (आदिवासी जिला) से रवाना हुए और रावलपिंडी में रुके। हमने चार या पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है। हमले के बाद से इस्लामाबाद में हाई अलर्ट है। पुलिस ने आतंकवादियों द्वारा किसी भी नए खतरे का मुकाबला करने के लिए 25 नई जांच चौकियों सहित कई कदम उठाए हैं। इस धमाके के बाद शहर में आतंक व भय व्याप्त हो गया। अमेरिका और सऊदी अरब सहित कई विदेशी मिशनों ने अपने नागरिकों को होटलों में जाने व आवास से बाहर जाने से बचने की सलाह दी है।
टीटीपी ने किया बम धमाके का दावा
इस आत्मघाती धमाके का दावा तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने किया है। यह एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन है, जो अफगान तालिबान द्वारा काबुल पर कब्जा करने के बाद फिर से सक्रिय हो गया है। टीटीपी को आतंकी संगठन अल-कायदा का करीबी माना जाता है।
आईएमएफ की शर्तें मानने के अलावा चारा नहीं : शहबाज शरीफ
बता दें, पाकिस्तान आतंकी खतरे के साथ जबर्दस्त नकदी संकट से जूझ रहा है। इसे लेकर पीएम शहबाज शरीफ ने कहा है कि उनकी सरकार के सामने अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष से मदद लेने के लिए उसका करार व शर्तें मानने के अलावा कोई चारा नहीं है। एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान ने मंगलवार को बताया कि एक बैठक में शरीफ ने खेद व्यक्त किया कि अगर सरकार किसी भी क्षेत्र में कोई सब्सिडी देना चाहती है, तो उसे आईएमएफ के पास मंजूरी के लिए जाना होगा। यह एक दर्दनाक असलियत है। प्रधानमंत्री शरीफ ने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती इमरान खान सरकार ने आईएमएफ के साथ समझौते का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन किया था।