विश्व
ब्रिटेन में सूरज बरसा रहा 'आग', स्पेन-फ्रांस के जंगलों में धधकती 'ज्वाला', जानें वजह
Renuka Sahu
19 July 2022 4:59 AM GMT
x
फाइल फोटो
ब्रिटेन, पुर्तगाल, स्पेन समेत यूरोप के कई देश इस समय भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ब्रिटेन, पुर्तगाल, स्पेन समेत यूरोप के कई देश इस समय भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं. यूरोपीय देशों की पहचान ठंडे मुल्कों के तौर पर होती है. हालांकि, भूमध्यसागर के करीब मुल्कों में भले ही तापमान कभी कभी ऊपर चला जाता है, लेकिन अभी जिस तरह के हालात इन मुल्कों में भी देखने को मिल रहे हैं. वे बहुत ही चिंतित कर देने वाले हैं. ब्रिटेन में सोमवार को तापमान 38 डिग्री से पार हो गया. ब्रिटेन के शफॉल्क में सोमवार को 38.1 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया, जो 2019 में ब्रिटेन के रिकॉर्ड तापमान 38.7 डिग्री से थोड़ा ही कम है. हालांकि, मंगलवाल को ब्रिटेन में ये तापमान का रिकॉर्ड भी टूटने वाला है.
ब्रिटिश मौसम विभाग ने बताया है कि मंगलवार को तापमान 42 डिग्री तक पहुंच सकता है, जो रिकॉर्ड तापमान है. यहां गौर करने वाले बात ये है कि ब्रिटेन में औसत तापमान 18 से 25 डिग्री के बीच तापमान रहता है. ब्रिटेन के मध्य हिस्से जहां इंग्लैंड स्थित हैं, वहां पर तो तापमान में इजाफा देखा ही जा रहा है. दक्षिण में स्थित वेल्स में भी पारा ऊपर ही चढ़ता जा रहा है. वेल्स ने अपना अब तक का सबसे अधिक तापमान 37.1 डिग्री रिकॉर्ड किया. उत्तर में स्थित स्कॉटलैंड में भी कई जगहों पर तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक रिकॉर्ड किया गया. मौसम विभाग ने मध्य, उत्तरी और दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड के लिए हीटवेव का रेड अलर्ट जारी किया है. ब्रिटेन में 363 सालों से तापमान रिकॉर्ड किया जा रहा है. लेकिन इस साल सबसे अधिक गर्मी पड़ रही है.
स्पेन, पुर्तगाल और फ्रांस के क्या हैं हाल?
स्पेन और फ्रांस में गर्मी की वजह से जंगलों में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जबकि पुर्तगाल में भयंकर सूखा देखने को मिल रहा है. फ्रांस के दक्षिणी हिस्से में स्थित जिरोंड शहर के जंगलों में आग लग गई, जिसके बाद 1700 से ज्यादा दमकलकर्मियों को बुझाने के लिए तैनात करना पड़ा. जिरोंड शहर के पास में स्थित कैजोक्स में सोमवार को 42.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया. यहां पर 1921 में मौसम विभाग खुला था. 100 साल के दौरान ये यहां पर रिकॉर्ड किया गया सबसे अधिक तापमान है. पश्चिमी फ्रांस के नांटेस और ब्रेस्ट शहरों में भी भयंकर गर्मी पड़ रही है.
स्पेन में जंगलों में लगी आग
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेन के कैस्टिले और लियोन के मध्य क्षेत्र के साथ-साथ गैलिसिया के उत्तरी क्षेत्र में स्थित जंगल गर्मी की वजह से आग की चपेट में आ गए. आग का कहर इतना अधिक रहा कि देश की रेलवे कंपनी को मैड्रिड और गैलिसिया के बीच सर्विस सस्पेंड करने पर मजबूर होना पड़ा. स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने बताया कि गर्मी की वजह से लगी जंगलों की आग के चलते 70 हजार हेक्टेयर जमीन बर्बाद हो चुकी है. स्पेन में गर्मी और हीटवेव इस कदर हावी हो चुकी है कि अभी तक 510 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
आखिर इतनी गर्मी पड़ने की वजह क्या है?
मौसम विभाग के मुताबिक, गर्मियों के दौरान किसी एरिया में हाई प्रेशर बनने की वजह से हीटवेव होना आम घटना है. वहीं, जेट स्ट्रीम की लोकेशन की वजह से ब्रिटेन में भी हीटवेव देखी जाती है. ये जेट स्ट्रीम आमतौर पर गर्मियों के मौसम में ब्रिटेन के उत्तरी हिस्से में होता है. जेट स्ट्रीम पृथ्वी की सतह से लगभग पांच से सात मील ऊपर तेज हवाओं का केंद्र है. ये हवाएं पश्चिम से पूर्व की ओर बहती है और उस स्तर पर हवा और दबाव में परिवर्तन की वजह बनती हैं. इस वजह से सतह पर जो भी इलाका होता है, वहां पर मौसम में बदलाव देखा जाता है. धीमी जेट स्ट्रीम ब्रिटेन पर हाई प्रेशर बनाती है, जिसके चलते लगागार शुष्क मौसम रहता है.
गर्मी से परेशान लोग पानी में कर रहे इंज्वाय
ब्रिटेन में उच्च तापमान के लिए अजोरेस हाई नामक सिस्टम जिम्मेदार है. दरअसल, अजोरेस हाई नामक एक हाई प्रेशर सिस्टम होता है, जो आमतौर पर स्पेन से दूर स्थित होता है. हालांकि, इस बार ये प्रेशर सिस्टम बड़ा हो गया है और ये उत्तर की ओर बढ़ गया है. इस वजह से ब्रिटेन, फ्रांस और इबेरियन प्रायद्वीप में उच्च तापमान दर्ज किया जा रहा है. वहीं, आगे चलकर हवाओं के दक्षिण की ओर बढ़ने की वजह से उत्तरी अफ्रीका और सहारा की ओर से गर्म हवाएं यूरोप की तरफ बढ़ चलेंगी. इसका नतीजा ये होगा कि फ्रांस और स्पेन समेत कई इलाकों में तापमान 45 डिग्री तक पहुंच जाएगा. इसका कुछ हिस्सा ब्रिटेन को भी प्रभावित करेगा, जिससे यहां पर भी 40 के करीब तापमान पहुंचने लगेगा.
Next Story