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अमेरिकी सरकार से स्टारलिंक को लाइसेंस मिल गया है।
दुबई: ईरान के विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा कि उसने लंदन में स्थित फारसी भाषा के मीडिया संस्थानों के खिलाफ विरोध जताने के लिए ब्रिटेन के राजदूत सिमोन शेरक्लिफ को तलब किया है। विदेश मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसने शनिवार को शेरक्लिफ को तलब कर ईरान सरकार के विरोधी कहे जाने वाले इन मीडिया संस्थानों को पनाह देने पर नाराजगी जताई। मंत्रालय ने आरोप लगाया कि इन समाचार संस्थानों के कार्यक्रमों के कारण ईरान में अशांति पैदा हुई और दंगे फैले।
ईरान ने कहा कि उसका मानना है कि ये समाचार एजेंसियां अपनी खबरों के जरिए ईरान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रही हैं और इसकी संप्रभुता के खिलाफ काम कर रही हैं। समाचार एजेंसी 'इरना' ने खबर दी है कि मंत्रालय ने नॉर्वे के राष्ट्रपति मसूद कराखानी के संसद में दिए हालिया बयानों को लेकर नॉर्वे के राजदूत को भी तलब किया और कड़ा विरोध दर्ज कराया।
अब तक 41 लोगों की हुई मौत
उल्लेखनीय है कि ईरानी धर्माचार पुलिस की हिरासत में 22 वर्षीय महसा अमीनी की मौत के बाद ईरान के प्रांतों और राजधानी तेहरान में तनाव पैदा हो गया था। सरकारी टीवी चैनलों ने शनिवार को बताया कि 17 सितंबर को प्रदर्शन शुरू होने के बाद से 41 लोगों की मौत हो चुकी है।
ईरान में इंटरनेट देगा स्टारलिंक
ईरान में बढ़ते प्रदर्शन के चलते सरकार ने कई इलाकों में इंटरनेट पर रोक लगा दी है। एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स ने अब तय किया है कि वह ईरान में लोगों को इंटरनेट उपलब्ध कराएगी। अमेरिकी सरकार से स्टारलिंक को लाइसेंस मिल गया है।
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