अमेरिका में हजारों मताधिकार कार्यकर्ताओं ने उन संघीय कानूनों में बदलाव की मांग को लेकर शनिवार को देशभर में रैलियां की, जिससे रिपब्लिक पार्टी के नियंत्रण वाले कुछ राज्यों में मतदान पाबंदियां हट सकती हैं। कई कार्यकर्ता मताधिकार नियमों पर लड़ाई को इस युग के नागरिक अधिकार मुद्दे के तौर पर देखते हैं। अमेरिकी संसद में दो चुनावी विधेयकों के पारित होने में गतिरोध के कारण लोगों में नाराजगी बढ़ गयी है। इन विधेयकों को लेकर संसद में डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकंस के बीच मतभेद है। दर्जनों शहरों में हुई रैलियों का मकसद डेमोक्रेट्स पर दबाव बढ़ाना है कि वे प्रक्रियागत नियमों में बदलाव करें जिससे विपक्षी पार्टी के वोटों के बिना ही यह विधेयक पारित हो सके। साथ ही इन रैलियों का उद्देश्य राष्ट्रपति जो बाइडन को इस मुद्दे पर और पुरजोर वकालत करने के लिए मनाना भी था। ट्वीटर पर पोस्ट एक वीडियो में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कांग्रेस से इस विधेयक को पारित करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि टेक्सास, फ्लोरिडा तथा अन्य राज्यों में रिपब्लिकन पार्टी को खदेड़ने के लिए इन विधेयकों की आवश्यकता है।