बचपन में सभी बच्चे कार्टून देखना पसंद करते हैं. हालांकि, कई वयस्क लोगों को भी कार्टून देखना काफी भाता है. कुछ लोग बड़े होने के बावजूद कार्टून करेक्टर को इतना पसंद करते हैं कि उसके लिए कुछ भी कर गुजरने से परहेज नहीं करते. ऐसा ही एक मामला अमेरिका (America) में देखने को मिला. यहां एक शख्स ने पोकेमॉन कार्ड (pokemon card) खरीदने के लिए धोखे से लोन ले लिया. हालांकि, बाद में उसकी धोखाधड़ी पकड़ में आ गई और अब सलाखों के पीछे जाना होगा.
पोकेमॉन के हैं दुनिया भर में फैन
सहयोगी वेबसाइट WION में छपी खबर के अनुसार, दुनिया में पोकेमॉन (pokemon) को एक पंथ का दर्जा प्राप्त है. दुनिया भर के प्रशंसक इस कार्टून सीरीज और गेम और उसके सामानों को पसंद करते हैं. वहीं, कुछ लोग पोकेमॉन के पीछे इतने पागल हैं कि किसी भी हद तक गिर जाते हैं. ऐसे ही एक शख्स इस कार्टून करेक्टर के फैंटेसी में आनंद लेने की जरूरत को पूरा करने के लिए पागलपन की हद तक गिर गया.
इस शख्स का नाम विनाथ औडोमसिन है. वह अमेरिका के जॉर्जिया में रहता है. यह अमेरिकी व्यक्ति (America man) महंगे पोकेमॉन कार्ड (pokemon card) का कलेक्शन करने को लेकर पागल था. इसने कार्ड का कलेक्शन करने के लिए कोरोना वायरस राहत लोन (corona relief loan) के तहत 57 हजार डॉलर (करीब 44 लाख रुपये) का इस्तेमाल कर लिया. इसके अलावा,उसने यह लोन अवैध रूप से प्राप्त किया था. जॉर्जिया के दक्षिणी जिले के कार्यवाहक अमेरिकी अटॉर्नी डेविड एस्टेस का कहना है कि अब औडोमसिन एक याचिका समझौते के रूप में बेहद महंगे कार्ड को जब्त करने के लिए सहमत हो गया है.
बिजनेस होने का किया दावा
31 वर्षीय औडोमसिन को पिछले साल अक्टूबर में दोषी ठहराया गया था. उसके खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए थे. अभियोजकों ने कहा था कि उन्होंने यूएस स्मॉल बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन को गलत जानकारी दी. विनाथ औडोमसिन ने कोविड-19 राहत लोन के लिए आवेदन किया था. उसने "मनोरंजन सेवा" के लिए लोन की मांग की थी. उसने दावा किया था कि उनके पास इस तरह का एक बिजनेस है.
3 साल की सजा
अभियोजकों ने यह भी कहा कि विनाथ औडोमसिन ने झूठ बोला कि उसने अपने बिजनेस के वार्षिक राजस्व के लिए लोगों को रोजगार दिया. उन्हें लोन कार्यक्रम से 85,000 अमेरिकी डॉलर मिले. अभियोजकों का कहना है कि उसने 'चरजार्ड पोकेमॉन कार्ड' खरीदने के लिए 57,789 अमेरिकी डॉलर का इस्तेमाल भी किया. इस अपराध के लिए औडोमसिन को 3 साल की जेल की सजा सुनाई गई है.