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अध्ययन: कोविड-19 संक्रमण के बाद नए लक्षणों की हो सकती है शुरुआत

Gulabi
11 Feb 2021 1:53 PM GMT
अध्ययन: कोविड-19 संक्रमण के बाद नए लक्षणों की हो सकती है शुरुआत
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कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण संबंधी कई लक्षणों की पहले ही पहचान हो चुकी है।

कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण संबंधी कई लक्षणों की पहले ही पहचान हो चुकी है। अब एक नए अध्ययन में इस खतरनाक वायरस के संक्रमण से जुड़े कुछ नए लक्षणों का पता चला है। नए लक्षणों के तौर पर ठंड लगना, भूख में कमी, सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द की पहचान की गई है।

नए अध्ययन में दस लाख से ज्यादा लोगों पर किए गए एक सर्वे के आधार पर यह जानकारी सामने आई है। कोरोना संक्रमण में सूंघने व स्वाद की क्षमताओं में कमी, खांसी, बुखार, थकावट के अलावा गंभीर रूप से पीडि़तों में सांस की समस्या जैसे लक्षण पहले ही सामने आ चुके हैं। ब्रिटेन के इंपीरियल कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं की ओर से किए गए अध्ययन में नए लक्षणों का पता चला है। शोधकर्ताओं के अनुसार, कुछ लक्षणों में अंतर उम्र पर निर्भर करता है, लेकिन ठंड महसूस करने का संबंध हर उम्र के कोरोना पीडि़तों से पाया गया है।
एक नए अध्ययन में पाया गया है कि लंग अल्ट्रासाउंड यानी फेफड़ों के अल्ट्रासाउंड से पीडि़तों में कोरोना संक्रमण की गंभीरता का अनुमान लगाने में मदद मिल सकती है। गंभीर मामलों में बीमारी की प्रगति और नतीजे का भी अंदाजा लगाया जा सकता है। ब्राजील की साओ पाउलो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता हेराल्डो पोसोलो ने कहा, 'हमने पाया कि लंग अल्ट्रासाउंड की मदद से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस मरीज को आइसीयू की जरूरत पड़ सकती है। यह आसान और सस्ता तरीका है। इससे वायरस संक्रमित रोगियों के बारे में यह अनुमान लगाया जा सकता है, क्या नतीजा आ सकता है।' शोधकर्ताओं ने अध्ययन में 180 कोरोना रोगियों पर लंग अल्ट्रासाउंड आजमाया और इसके आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है।
बता दें कि वर्ष 2019 के अंत में चीन के वुहान में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आया था जिसके दो-तीन माह बाद ही पूरी दुनिया इसकी चपेट में आ गई। 11 मार्च 2020 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी घोषित कर दिया था।


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