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स्टडी: डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले ओमिक्रॉन से संक्रमित 70 फीसदी लोगों को नहीं पड़ती हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत

Renuka Sahu
24 Dec 2021 2:22 AM GMT
स्टडी: डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले ओमिक्रॉन से संक्रमित 70 फीसदी लोगों को नहीं पड़ती हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत
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 फाइल फोटो 

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर पूरी दुनिया में हड़कंप मचा है. ये

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) को लेकर पूरी दुनिया में हड़कंप मचा है. ये वेरिएंट कितना खतरनाक है इसको लेकर लगातार रिसर्च चल रहे हैं. इस बीच ब्रिटिश सरकार (British Govt.) ने ओमिक्रॉन को लेकर स्टडी की है. जिसमें कहा गया है कि डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले ओमिक्रॉन से संक्रमित 70 फीसदी लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ती है. यूके की हेल्थ एजेंसी ने कहा है कि डेटा काफी राहत भरे हैं, लेकिन इसके बावजूद अब भी बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं. इन डेटा को लंदन के इंपीरियल कॉलेज और एडिनबर्ग विश्वविद्यालय प्रकाशित किया है.

जिन डेटा की स्टडी की गई है वो आउथ अफ्रीका, डेनमार्क, इंग्लैंड और स्टॉटलैंड के थे. डेल्टा और ओमिक्रॉन के ये सारे डेटा इस साल नवंबर से लिए गए हैं. ब्रिटेन में इस दौरान 132 लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए. जबकि ओमिक्रॉन से संक्रमित होने के 28 दिनों के अंदर 14 लोगों की मौत हुई.
वैक्सीन का कितना असर?
डेटा के मुताबिक वैक्सीन की बूस्टर डोज़ लेने के 10 हफ्ते बाद ओमिक्रोन से मिलने वाली सुरक्षा कम हो जाती है. यानी इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि जिन देशों में बूस्टर डोज़ लगाई गई है वहां चौथे डोज़ की जरूरत पड़ सकती है. अधिकारियों ने ये भी कहा है कि ओमिक्रॉन के खिलाफ वैक्सीन कितना असरदार है इसको लेकर फिलहाल और डेटा एनालिसिस की जरूरत है.
और क्या का डेटा में
डेटा में ये भी कहा गया है कि ओमिक्रॉन से संक्रमित 31 फीसदी से लेकर 45% लोगों को इमरजेंसी में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ती है. लेकिन एक्सपर्ट्स की तरफ से चेतावनी दी गई है कि आने वाले दिनों में ज्यादा लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत पड़ सकती है, क्योंकि ये काफी तेज़ी से फैलता है. इस बीच ब्रिटेन में हालात चिंताजनक बने हुए है. गुरुवार को यहां कोरोना से एक दिन में 119,789 लोग संक्रमित हुए. कहा जा रहा है कि इसमें ओमिक्रॉन से संक्रमित लोगों की संख्या काफी ज्यादा है.
वैक्सीन भी बेअसर!
इससे पहले ओमिक्रॉन के खिलाफ वैक्सीन के असर को लेकर अमेरिका से भी एक रिसर्च आई थी. शुरुआती रिसर्च से इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि ज्यादातर वैक्सीन भी इसके खिलाफ कारगर नहीं है. बस राहत की बात ये है कि वैक्सीन लेने वाले लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित होने के बाद ज्यादा गंभीर रूप से बीमार नहीं हो रहे हैं. . रिसर्च की शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ ऐसे लोग ओमिक्रॉन के संक्रमण से बच रहे हैं जिन्होंने बूस्टर डोज़ के साथ फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन ली है
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