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ईरान में युवती की मौत का जोरदार विरोध, महिलाओं ने हिजाब उतारकर किया प्रदर्शन

Neha Dani
19 Sep 2022 5:59 AM GMT
ईरान में युवती की मौत का जोरदार विरोध, महिलाओं ने हिजाब उतारकर किया प्रदर्शन
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इस विडियो को सोशल मीडिया पर शेयर किया और दुनियाभर से एकजुटता दिखाने की अपील की।

तेहरान: ईरान में हिजाब से जुड़ा विवाद रविवार को और गहरा गया। इस शिया मुल्क में हिजाब पर बरती जा रही कट्टरता के विरोध में सैकड़ों महिलाएं रविवार को देश के पश्चिमी हिस्से में सड़कों पर उतर आईं। इस विरोध प्रदर्शन में महिलाओं ने अपने हिजाब को उतारकर फेंक दिया और सरकार विरोधी नारे लगाए। इसका विडियो दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गया। ईरानी लड़कियों ने देश के कई यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन किया है। सोशल मीडिया में हिजाब के खिलाफ जमकर पोस्‍ट किए जा रहे हैं।

क्यों हुआ प्रदर्शन? 22 साल की महसा अमिनी की मौत से ये महिलाएं गुस्से में हैं। महसा पश्चिमी ईरान में साकेज की रहने वाली थीं। वह परिवार से मिलने 13 सितंबर को तेहरान आई थीं। वह हिजाब के खिलाफ थीं, इसलिए उन्होंने उसे नहीं पहना था। पुलिस ने महसा को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के 3 दिन बाद 16 सितंबर को उनकी मौत हो गई।
हिरासत में मौत: चश्मदीदों ने बताया कि गिरफ्तारी के वक्त महसा पूरी तरह ठीक थीं। उन्हें पुलिस की गाड़ी में बेरहमी से पीटा गया। कुछ घंटों बाद परिवार को बताया गया कि महसा को दिल का दौरा आया था और वह ICU में हैं। ईरान की पुलिस ने पिटाई के आरोपों से इनकार किया है।
ईरान में सार्वजनिक जगहों पर हिजाब पहनना अनिवार्य है। हिजाब उतारना वहां अपराध है। इसकी अवहेलना पर गिरफ्तारी होती है। ईरान के कट्टरपंथी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने गृह मंत्रालय से कहा है कि वह महसा के मौत के मामले में जांच करें।
सरकार विरोधी नारे: पश्चिमी कुर्दिस्तान के साकेज में महसा अमिनी के अंतिम संस्कार पर उसे न्याय दिलाने की मुहिम तेज हुई। सुबह से ही लोग जुटना शुरू हुए, जिससे कि ईरानी सुरक्षाबलों को चुपके से शव दफनाने न दिया जाए। साकेज के कब्रिस्तान से सामने आए विडियो में दिख रहा है कि प्रदर्शन के दौरान महिलाएं अपना हिजाब फेंक रही हैं। वे 'डेथ टु डिक्टेटर' यानी 'तानाशाह को मौत' के नारे लगा रही हैं।
दमन भी तेज: ईरानी मीडिया का दावा है कि पुलिस ने साकेज के शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और उन पर फायरिंग भी की। इसमें कई लोग घायल हुए हैं। एक ईरानी पत्रकार और कार्यकर्ता मसीह अलीनेजाद ने इस विडियो को सोशल मीडिया पर शेयर किया और दुनियाभर से एकजुटता दिखाने की अपील की।


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