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ऑस्ट्रेलिया में लागू किया गया सोशल डिस्टेंसिंग के कड़ाई नियम, इंडियन वेरिएंट से संक्रमित शख्स के मिलने से मचा हड़कंप

Neha Dani
7 May 2021 3:39 AM GMT
ऑस्ट्रेलिया में लागू किया गया सोशल डिस्टेंसिंग के कड़ाई नियम, इंडियन वेरिएंट से संक्रमित शख्स के मिलने से मचा हड़कंप
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प्रत्यावर्तन उड़ानों को लगातार बहाल करने की दिशा में अच्छी प्रगति की जा रही है।

ऑस्ट्रेलिया के ग्रेटर सिडनी में सोशल डिस्टेंसिंग नियम कड़ाई से लागू किया गया है। ऑस्ट्रेलिया के इस सबसे बड़े शहर में 50 वर्षीय व्यक्ति में कोविड-19 का भारतीय वेरिएंट पाया गया था जिसके बाद ये फैसला लिया गया।

इस व्यक्ति को बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। इससे उनकी पत्नी में भी वायरस फैल गया। राहत की बात ये रही कि ये शख्स ज्यादा लोगों से बीच नहीं गया और न ही ऐसा काम करता है कि जिसमें उसकी अधिक लोगों के साथ मुलाकात होती रही हो।
यहां वीकेंड पर अधिक से अधिक लोग मदर्ड डे मनाने की योजना बना रहे हैं, इस बीच न्यू साउथ वेल्स सरकार ने लोगों के इकट्ठा होने की संख्या सीमित कर दी है। सार्वजनिक जगहों और इंडोर इवेंट्स के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया है।
सिडनी में करीब 50 लाख लोगों पर ये नए नियम लागू हो रहे हैं। इस राज्य के प्रीमियर ग्लेड्स बेरिजिक्लान ने हल्के लक्षण वाले लोगों से कोरोना जांच कराने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हमें ये सुनिश्चित करना होगा कि हम सभी पूरी तरह अलर्ट हैं।
न्यू साउथ वेल्स की मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी कैरी चैंट ने कहा कि महीनों बाद यहां कोरोना वायरस का कोई नया मामला सामने आया है जिसने चिंता बढ़ा दी है। टेस्ट में पता चला कि उसमें भारतीय वेरिएंट पाया गया। जीनोम सीक्वेंसिंग से पता चला कि अमेरिका से लौटे किसी शख्स के जरिए ये वायरस फैला था।
भारत से आने वाली उड़ानों पर रोक लगाना कारगर साबित हो रहा : स्कॉट मोर्रिसन
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉर्रिसन ने भारत से आने वाली उड़ानों पर रोक लगाने के अपने निर्णय का एक बार फिर बचाव करते हुए बुधवार को कहा कि इस निर्णय से कोरोना संक्रमण के नए मामलों में कमी आने लगी है और यह कारगर साबित हो रहा है।
ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने इतिहास में पहली बार, अपने उन नागरिकों के देश लौटने पर हाल में रोक लगा दी है जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया वापस आने से पहले भारत में 14 दिन बिताए हैं।
सरकार ने धमकी दी है कि इस निर्देश का उल्लंघन करने वालेां पर मुकदमा चलाया जाएगा और पांच साल तक की जेल की सज़ा या 66,000 ऑट्रेलियाई डॉलर का जुर्माना लगाया जाएगा। देश में कई सांसदों, डॉक्टरों और व्यापारियों ने नागरिकों का इस इस तरह का 'परित्याग करने के' सरकार के निर्णय की कड़ी आलोचना की है।
वही मोर्रिसन ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में अपने निर्णय का बचाव करते हुए कहा कि इस तरह के प्रतिबंध लगाना काम कर रहा है। इसका मतलब है कि सरकार अब प्रत्यावर्तन उड़ानें के माध्यम से ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों और उनके परिवारों को वापस ला सकेगी।
उन्होंने कहा कि उड़ानों पर रोक लगाने के निर्णय का असर दिखने लगा है। हमारे होवर्ड स्प्रींग्स केंद्र में कोरोना संक्रमण की दर कम होने लगी है। हमारे लिए यह सुनिश्चित करना बेहद जरुरी था कि इस तरह हम अधिक ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों और निवासियों को घर पहुंचाने में अधिक मदद कर सकते हैं। विशेष कर इस तरह लाने से जिससे देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का खतरा पैदा न हो। प्रत्यावर्तन उड़ानों को लगातार बहाल करने की दिशा में अच्छी प्रगति की जा रही है।


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