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हिंदू विरोधी समूहों के खिलाफ हो कड़ी कार्रवाई: कनाडा सांसद चंद्र आर्य

Teja
17 Feb 2023 3:55 PM GMT
हिंदू विरोधी समूहों के खिलाफ हो कड़ी कार्रवाई: कनाडा सांसद चंद्र आर्य
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ओन्टारियो। कनाडा के मिसिसॉगा में स्थित राम मंदिर में बीते दिनों मंदिर को नुकसान पहुंचाया था और वहां की दीवारों पर भारत विरोधी नारे भी लगे थे। जिसने भारतीय समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाया था। कनाडा में यह घटना पहली बार नहीं हुई है बल्कि इससे पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी है। लेकिन कनाडा में भारतीय मूल के सांसद ने चंद्र आर्य ने इस मुद्दे को वहां की संसद में पुरजोर तरीके से उठाया है।

भारत विरोधी समूहों के खिलाफ है कार्रवाई की आवश्यकता

कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन्स के संसद सदस्य चंद्र आर्य ने शुक्रवार को संसद में कहा कि यह दर्द और पीड़ा की बात है कि मिसिसॉगा में एक हिंदू मंदिर नफरत का नया टारगेट बन गया है। कनाडा में अधिकारियों को हिंदू विरोधी और भारत विरोधी समूहों की गतिविधियों को गंभीरता से देखने की जरूरत है। साथ ही मामले को तुरंत संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई करने की आवश्यकता है। संसद में चंद्रा आर्या ने कहा कि हिंदू विरोधी और भारत विरोधी समूहों ने पहले भी सोशल मीडिया पर हिंदू-कनाडाई लोगों को निशाना बनाया था। साथ ही पूरे क्षेत्र में हिंदूफोबिया की प्रवृत्ति शुरू की थी। हिंदू कनाडाई को भी बनाया जा रहा है निशाना

आर्या ने आगे कहा कि अब वे हिंदू मंदिरों पर सीधा हमलों की ओर बढ़ गए हैं। तो वहीं वह हिंदू कनाडाई को भी निशाना बना रहे है। उन्होंने आगे कहा कि जैसा कि मैंने पहले कहा है , कनाडा को इस मुद्दे को गंभीरता से लेने और बढ़ते हिंदूफोबिया की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। चंद्रा आर्या का यह बयान मिसिसॉगा में राम मंदिर को भारत विरोधी भित्तिचित्रों से विरूपित किए जाने के बाद आया है।

ब्रैम्पटन के हिंदू मंदिर को भी बनाया गया था निशाना

चंद्रा आर्या से पहले टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने मिसिसॉगा में भारत विरोधी नारे लगाने के साथ राम मंदिर को खराब करने की निंदा की थी। साथ ही उन्होंने कनाडा के अधिकारियों से घटना की जांच करने और अपराधियों के खिलाफ तुरंत ही कार्रवाई करने का अनुरोध किया था। यह पहली बार नहीं है कि कनाडा में एक हिंदू मंदिर को भारत विरोधी नारे लगाने के साथ खराब किया गया है। इससे पहले भी कनाडा में ब्रैम्पटन में एक हिंदू मंदिर में भी भारत विरोधी नारे लगाए गए थे। जिससे भारतीय समुदाय में आक्रोश फैल गया था।

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