पूर्व प्रधानमंत्री के घर मिला गोला-बारूद का जखीरा, पुलिस ने जारी किया बयान
पाकिस्तान। पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के चेयरमैन इमरान खान की गिरफ्तारी पर फिलहाल रोक लग गई है. उनके घर पर पुलिस के तलाशी अभियान और PTI समर्थकों के बवाल के बीच कोर्ट ने इमरान खान का गिरफ्तारी वारंट रद्द कर दिया है.
इस बीच आज (19 मार्च) को दोपहर 3 बजे इमरान पाकिस्तान के लोगों को संबोधित करने वाले हैं. तोशखाना मामले में पिछले कई दिनों से इमरान पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार के बीच उनका यह संबोधन बेहद अहम माना जा रहा है. इन दिनों इमरान खान तोशखाना मामले को लेकर मुश्किलों में घिरे हुए हैं. पाकिस्तान के मीडिया आउटलेट डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को जिला एवं सत्र न्यायालय ने इमरान का गिरफ्तारी वारंट रद्द कर दिया. दरअसल, इमरान पेशी के लिए शनिवार को कोर्ट पहुंचे. उनके साथ उनके कई समर्थक भी कोर्ट पहुंच गए, जहां पुलिस और PTI कार्यकर्ताओं के बीच झड़प शुरू हो गई.
इमरान के समर्थकों ने कोर्ट परिसर पर भी पथराव करना शुरू कर दिया. बवाल बढ़ता देख जज जफर इकबाल ने इमरान खान को कोर्ट के बाहर ही हाजिरी लगाकर वापस जाने की इजाजत दे दी. कोर्ट ने इमरान खान का गिरफ्तारी वारंट रद्द कर दिया. अब इस मामले में अगली सुनवाई 30 मार्च को होगी. कोर्ट ने इमरान को अगली सुनवाई में उपस्थित रहने की हिदायत दी है.
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के IG डॉ. उस्मान अनवर ने कहा कि इमरान खान के जमा पार्क स्थित घर के सामने से पेट्रोल बम के साथ-साथ बड़ी तादाद में गोला-बारूद भी बरामद किया गया. उन्होंने बताया कि मौके पर बंकर और रेत के बोरे भी पाए गए. पुलिस का अनुमान है कि इमरान के समर्थकों ने उनके घर को नो-गो एरिया में तब्दील कर दिया था. IG उस्मान अनवर ने बताया कि इमरान के घर की तलाशी लेने से पहले पुलिस ने PTI के शीर्ष नेतृत्व से बात की थी, लेकिन उन्होंने यह कहकर इनकार कर दिया कि इस समय इमरान खान घर पर मौजूद नहीं हैं. पुलिस ने उन लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है, जिन्होंने कार्रवाई के दौरान पुलिस की टीम पर पथराव किया या गुलेल चलाई. उन्होंने दावा किया कि झड़प के बाद भी पुलिस ने किसी भी प्रदर्शनकारी पर एक भी गोली नहीं चलाई. भ्रष्टाचार मामले में इमरान खान के कोर्ट में पेश होने से पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी ने कोर्ट परिसर में लाइव कवरेज पर रोक लगा दी थी. एक एडवाइजरी में पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (पेमरा) ने कहा था कि टीवी चैनल लाइव फुटेज और हिंसक भीड़ की तस्वीरें दिखा रहे हैं. इससे पुलिस और एजेंसियों पर हमले हो रहे हैं. लाइव टेलीकास्ट के चलते दहशत का माहौल पैदा हो रहा है. कानून व्यवस्था, सार्वजनिक संपत्ति और लोगों की सुरक्षा के लिहाज से ये फैसला लिया गया.