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30 सालों में पहली बार तियानमेन की याद में वार्षिक आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया.
हांगकांग यूनिवर्सिटी (University of Hong Kong) में तियानमेन स्क्वायर नरसंहार (Tiananmen Square massacre) को चिह्नित करने वाली एक प्रसिद्ध प्रतिमा को बुधवार देर रात हटा दिया गया. प्रतिमा में 1989 में चीनी अधिकारियों द्वारा मारे गए लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों की याद में लाशों का ढेर को दिखाया गया है. ये प्रतिमा तियानमेन घटना को याद करने के वाली हांगकांग में मौजूद कुछ बची हुई सार्वजनिक स्मारकों में से एक थी. तियानमेन का मुद्दा चीन में बेहद संवेदनशील विषय है. इस प्रतिमा के जरिए चीन द्वारा ढाए जाने वाले जुल्म की जानकारी मिलती है.
प्रतिमा को ऐसे वक्त में हटाया गया है, जब बीजिंग (Beijing) हांगकांग में राजनीतिक विरोध को तेजी से दबा रहा है. हांगकांग शहर चीन के उन कुछ स्थानों में से एक हुआ करता है, जहां तियानमेन विरोधों को सार्वजनिक रूप से किया जाता है. हांगकांग यूनिवर्सिटी ने एक बयान में कहा, 'पुरानी होती प्रतिमा पर निर्णय बाहरी कानूनी सलाह और यूनिवर्सिटी के सर्वोत्तम हित के लिए जोखिम मूल्यांकन पर आधारित है. यूनिवर्सिटी इस नाजुक प्रतिमा के कारण संभावित सुरक्षा मुद्दों को लेकर भी बहुत चिंतित है.' प्रतिमा को हटाए जाने के संकेत तभी मिलने लगे थे, जब अधिकारियों ने इसे चादर से ढक दिया था.
क्यों महत्वपूर्ण है प्रतिमा का हटाया जाना?
नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ इयान चोंग ने बीबीसी को बताया, ये प्रतिमा कुछ बचे हुए प्रमुख सार्वजनिक स्मारकों में से एक था, जो चीन के जुल्मों की याद दिलाता है. साथ ही प्रतिमा हांगकांग के मुक्त अतीत की याद दिलाती है. उन्होंने कहा, तियानमेन की घटना को याद करने वाले एक और सार्वजनिक बिंदु को हटा दिया गया है. ये इस बात संकेत है कि हांगकांग और चीन की सरकार अब चार जून को घटित हुई इस घटना को याद करने के लिए सार्वजनिक प्रदर्शनों को बर्दाश्त नहीं करने वाली हैं. प्रतिमा को ऐसे समय पर हटाया गया है, जब हांगकांग में चीन समर्थित उम्मीदवारों को विधायी चुनावों में जीत मिली है.
तियानमेन स्क्वायर विरोध क्या थे?
1989 की गर्मियों में बीजिंग के तियानमेन स्क्वायर में चीनी सैनिकों द्वारा हजारों शांतिपूर्ण लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों को मार डाला गया था. प्रदर्शनकारियों पर सैनिकों और टैंकों के जरिए गोलीबारी की गई. इस घटना की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना की गई. इस घटना को चीन की मूख्य भूमि में राजनीतिक रूप से संवेदनशील माना जाता है और अधिकारियों ने 4 जून की घटनाओं के रेफरेंस देने वाली चीजों पर बैन लगाया हुआ है. पिछले साल हांगकांग के अधिकारियों ने कोविड प्रतिबंधों का हवाला देते हुए 30 सालों में पहली बार तियानमेन की याद में वार्षिक आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया.
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