ऑस्ट्रेलिया की रहने वाली जेन लू नामक लड़की की कहानी किसी के लिए भी प्रेरणा का स्रोत हो सकती है. बेहद साधारण परिवार से संबंध रखने वाली लू ने ऐसी शानदार कामयाबी पाई कि पूरी दुनिया ने उसका लोहा माना.
लू के माता पिता चीन से ऑस्ट्रेलिया आकर बसे थे. उनके शुरुआती दिन संघर्ष में गुजरे और उन्होंने सिडनी में सफाईकर्मी के तौर पर भी काम किया. सभी की तरह लू के माता-पिता भी अपनी बेटी के लिए सुरक्षित भविष्य चाहते थे. जेन के माता पिता चाहते थे की लू किसी कंपनी में अच्छी नौकरी करें. वे लू को अकाउंटेंट बनाना चाहते थे.
हालांकि लू के सपने बड़े थे. वह केवल नौकरी तक ही सीमित नहीं रहना चाहती थी. बिजनेस के क्षेत्र में कुछ बड़ा करना उसका सपना था लेकिन वह माता-पिता का दिल भी नहीं दुखाना चाहती थी. इस मुश्किल को हल करने के लिए लू ने माता-पिता से छिपकर बिजनेस की शुरुआत कर दी.
जेन अपने बिजनेस में लगी हुई थी जबकि पैरेंट्स यह समझ रही थी कि वह एक फेमस फर्म में अकाउंटेंट के रूप में काम कर रही हैं. जेन ऑफिस जाने के लिए घर से निकलती लेकिन किसी कैफे या लाइब्रेरी में बैठकर स्टार्ट-अप की योजना बनाती. लू ने करीब दो साल तक अपने पैरेंट्स से यह सब छिपाया.
गेराज में खोली कपड़ों की दुकान
2010-11 में उसने अपने गेराज में कपड़ों की एक दुकान खोल ली. कुछ महीने बाद जेन ने वहां से निकलकर दुकान को एक गोदाम में स्थापित कर लिया. इसी दौरान उनके दिमाग में कपड़ों को ऑनलाइन बेचने का आइडिया आया.
इसके बाद शुरूआत हुई कंपनी Showpo की. लू की कंपनी सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय होने लगी. 2012 तक सोशल मीडिया पर इस कंपनी के 20,000 से अधिक फॉलोअर्स हो गए.
शुरुआत में मिली नाकामी
ऐसा नहीं है कि लू को सफलता आसानी से मिल गई. एक इंटरव्यू में उसने कहा, 'पहले कोशिश में कुछ लाख रुपये का नुकसान हुआ था लेकिन फिर उन्हें एक मॉल से थोक कपड़े मिलने लगे. ये कपड़े बेचने के बाद मॉल को पेमेंट करना होता था.'
जेन ने शुरुआत में अपने बिजनेस के सभी काम खुद किए. इनमें फेसबुक पर ऑर्डर लेना, कपड़े पैक करने से लेकर डिलीवरी तक शामिल है. इस दौरान उसके बॉयफ्रेंड ने भी उसका साथ दिया.
सफलता का रचा इतिहास
लू का बिजनेस आज 120 देशों में फैल चुका है. Showpo दुनिया का जाना-माना फ़ैशन ब्रांड है. अकाउंटेंट की जॉब छोड़ने वाली लू आज 500 करोड़ से अधिक की मालकिन बन चुकी हैं. वह आलीशान घर, लग्जरी गाड़ियों की भी मालकिन हैं. 2016 में फोर्ब्स ने लिस्ट में लू का नाम शामिल किया.