श्रीलंका सरकार ने जरूरी खाद्य वस्तु आयात के लिए भारत द्वारा विस्तारित एक अरब डॉलर की लाइन ऑफ क्रेडिट में से 70 लाख डॉलर के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी। 18 करोड़ डॉलर की खाद्य वस्तुएं अतिरिक्त होंगी जो भारत से आयात की जाएंगी। एक दिन पूर्व ही भारत ने श्रीलंका को 3 अरब श्रीलंकाई रु. से ज्यादा की मानवीय खेप भेजी है।
इधर, श्रीलंका का दौरा करने के लिए एक उच्च स्तरीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल रविवार को यहां पहुंचेगा। अमेरिकी ट्रेजरी और विदेश मंत्रालय का यह प्रतिनिधिमंडल 26 से 29 जून तक श्रीलंका का दौरा कर शीर्ष नेतृत्व से चर्चा करेगा ताकि मौजूदा आर्थिक संकट को हल करने में उसकी मदद कर सके। इसमें एशिया के लिए ट्रेजरी के उप सहायक सचिव रॉबर्ट काप्रोथ और दक्षिण और मध्य एशिया के लिए उप सहायक विदेश मंत्री राजदूत केली कीडरलिंग शामिल होंगे।
घटाई लोगों के पास विदेशी मुद्रा रखने की सीमा
आर्थिक तंगी और विदेशी मुद्रा के गहरे संकट का सामना कर रही श्रीलंका सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। देश की कार्यवाहक सरकार ने लोगों के लिए विदेशी मुद्रा रखने की सीमा घटा दी है। अब एक व्यक्ति के पास अधिकतम 10,000 डॉलर की विदेशी मुद्रा ही रह सकती है। इससे पहले यह सीमा 15000 डॉलर तक की थी।
श्रीलंका सरकार का विदेशी मुद्रा का खजाना पूरी तरह से खाली है। देश के पास तेल और जरूरी सामान खरीदने के पैसे नहीं बचे हैं। ऐसे में जरूरी विदेशी मुद्रा भंडार बनाए रखने के मकसद से यह सीमा लागू की है। वित्त मंत्रालय का भी दायित्व संभालने वाले पीएम रानिल विक्रमसिंघे की तरफ से जारी इस आदेश में कहा गया है कि औपचारिक बैंकिंग प्रणाली में विदेशी मुद्रा को आकर्षित करने के इरादे से विदेशी मुद्रा अधिनियम के तहत विदेशी मुद्रा रखने की सीमा घटाई जा रही है। अतिरिक्त विदेशी मुद्रा जमा करने या अधिकृत डीलर को बेचने के लिए 16 जून, 2022 से 14 कार्य दिवसों की मोहलत दी गई है।