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श्रीलंका संकट: खाद्य सुरक्षा के लिए किए जाएंगे खर्च, अमेरिका ने श्रीलंका को दी दो करोड़ डॉलर की अतिरिक्त सहायता
Kajal Dubey
28 Jun 2022 2:53 PM GMT
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विदेशी मुद्रा की कमी के कारण आर्थिक संकटों का सामना कर रहे श्रीलंका की मदद की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मदद की घोषणा की है। जो बाइडन ने श्रीलंका को खाद्य सुरक्षा के लिए 20 मिलियन अमरीकी डालर की अतिरिक्त सहायता की घोषणा की है। उन्होंने ये घोषणा जर्मनी में हुए जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान की।
अमेरिका ने की श्रीलंका की मदद
इस मदद का उपयोग श्रीलंका में अगले 15 महीनों में 8,00,000 से अधिक बच्चों और 27,000 गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के खाने के लिए किया जाएगा। अमेरिकी दूतावास ने कहा कि बाइडन ने जर्मनी में हुए जी7 शिखर सम्मेलन में नई सहायता की घोषणा की। अमेरिका द्वारा दी गई इस सहायता से एक स्कूल पोषण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। इसके अलावा श्रीलंका में खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भोजन वाउचर दिया जाएगा। इसके अलावा श्रीलंका के कमजोर समुदायों में खाद्य उत्पादन बढ़ाने के लिए कृषि सहायता और नकदी के योगदान के माध्यम से लगभग 30,000 किसानों का समर्थन करने की भी योजना है।
श्रीलंका के अमेरिका की प्रतिबद्धता का है उदाहरण
श्रीलंका में अमेरिकी राजदूत जूली चुंग ने कहा कि राष्ट्रपति बिडेन द्वारा श्रीलंका को दो करोड़ डॉलर की अतिरिक्त सहायता देने की घोषणा खाद्य सुरक्षा, सार्वजनिक स्वास्थ्य और सभी श्रीलंकाई लोगों की आर्थिक भलाई के लिए अमेरिका की जारी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है।
राजदूत ने एक बयान में कहा कि अमेरिका आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देने के श्रीलंका के प्रयासों का समर्थन करना जारी रखेगा। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका यह सुनिश्चित करेगा कि जिन्हें इस मदद की सबसे ज्यादा जरूरत है, उन समुदायों और बच्चों तक ये सहायता पहुंचे।
केवल आवश्यक सेवाएं हो रही हैं संचालित
इससे पहले सोमवार को आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका में 10 जुलाई तक केवल आवश्यक सेवाओं का संचालन करने का आदेश सरकार द्वारा जारी किया गया था। सरकार ने सोमवार को घोषणा की कि आज मध्यरात्रि से 10 जुलाई तक केवल आवश्यक सेवाएं ही चलेंगी और अन्य सभी परिचालन सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित रहेंगी। दरअसल, श्रीलंका विदेशी मुद्रा की कमी के कारण ईंधन की भारी कमी का सामना कर रहा है।
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