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श्रीलंका ब्रेकिंग: राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, उम्मीदवारों के बारे में जानें

jantaserishta.com
20 July 2022 6:51 AM GMT
श्रीलंका ब्रेकिंग: राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, उम्मीदवारों के बारे में जानें
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नई दिल्ली: श्रीलंका की संसद में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग जारी है. देश के कार्यकारी राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे समेत कई सांसद नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वोट डाल चुके हैं. नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए श्रीलंकाई संसद में आज सभी सांसद उपस्थित हैं. आज संसद में पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे भी मौजूद हैं. राष्ट्रपति चुनाव से पहले श्रीलंकाई संसद के बाहर सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है.

वहीं सभी पार्टियों ने अपने सांसदों को फरमान जारी किया किया था कि अपने वोट की तस्वीरें क्लिक करें. जिसके बाद संसद में फोन नहीं लाने के आदेश जारी कर दिए. स्पीकर का कहना है कि चुनाव के दौरान आज किसी भी सांसद को मोबाइल फोन सदन में लाने की इजाजत नहीं होगी. कल, पार्टी के कुछ नेताओं ने कथित तौर पर अपने सांसदों से गुप्त मतदान में क्रॉस-वोटिंग की जांच के लिए अपने मतपत्रों की तस्वीरें लेने के लिए कहा था.
TNA के जाफना जिले के सांसद सुमनथिरन ने कहा है कि राष्ट्रपति चुनाव में TNA दुल्लास अल्हाप्परुमा के लिए मतदान करेगी. वहीं सीडब्ल्यूसी सांसद जीवन थोंडामन ने कहा है कि सीलोन वर्कर्स कांग्रेस ने बहुत विचार-विमर्श के बाद आज चुनाव में रानिल विक्रमसिंघे का समर्थन करने का फैसला किया है. वहीं श्रीलंकाई सांसद अनुरा कुमारा डिसनायके ने अंतरिम सरकार बनाने और राष्ट्रपति चुने जाने पर छह महीने के भीतर चुनाव कराने के लिए कहा है.
एक ओर जहां राष्ट्रपति के चुनाव के लिए संसद में वोटिंग हो रही है, वहीं दूसरी ओर कोलंबो में राष्ट्रपति सचिवालय में कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के खिलाफ जनता का मौन विरोध प्रदर्शन चल रहा है.
श्रीलंका की संसद में 44 साल में पहली बार आज सीधे राष्ट्रपति का चुनाव हो रहा है. राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में कार्यकारी राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के अलावा दुल्लास अलहप्परुमा और अनुरा कुमारा दिसानायके मैदान में हैं. 225 सदस्यीय सदन में जादुई आंकड़ा छूने के लिए 113 का समर्थन चाहिए. रानिल विक्रमसिंघे को इसके लिए 16 वोटों की और जरूरत है. विक्रमसिंघे को तमिल पार्टी के 12 वोटों में से कम से कम 9 पर भरोसा है. इसके अलावा वे मुख्य विपक्षी समागी जाना बालवेगया (SJB) के दलबदलुओं पर भी भरोसा कर रहे हैं. इनमें से ज्यादातर को विक्रमसिंघे ही राजनीति में लाए हैं.
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