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अंतरिक्ष की सैर का सिलसिला अब नई ऊंचाई पर...चार लोगों को लेकर रवाना करेगी एलन मस्क की स्पेस एक्स

Neha Dani
14 Sep 2021 4:19 AM GMT
अंतरिक्ष की सैर का सिलसिला अब नई ऊंचाई पर...चार लोगों को लेकर रवाना करेगी एलन मस्क की स्पेस एक्स
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वहीं, आर्सेनेक्स का कहना है कि वह अपने इस सफर से कैंसर मरीजों के जीवन में आशा का संचार करना चाहते हैं।

दो महीने पहले शुरू हुआ अंतरिक्ष की सैर का सिलसिला अब नई ऊंचाई पाने की तैयारी में है। एलन मस्क की स्पेस एक्स बुधवार को चार लोगों के साथ अपने राकेट को रवाना करेगी। पहले दो स्पेस टूरिज्म की तुलना में यह सफर कई मामलों में खास होगा। स्पेस एक्स का पुन: इस्तेमाल किया जा सकने वाला फाल्कन-9 राकेट बुधवार को सुबह साढ़े पांच बजे (भारतीय समयानुसार) फ्लोरिडा के केप केनवेरल से लांच होगा। मौसम को देखते हुए इस लांचिंग के लिए पांच घंटे का अतिरिक्त समय भी रखा गया। लांचिंग के कुछ देर बाद यात्रियों के क्रू व्हीकल को अलग कर देगा। इस क्रू व्हीकल को रेजिलिएंस नाम दिया गया है। तीन दिन के सफर के बाद रेजिलिएंस अटलांटिक में उतरेगा।

इंस्पिरेशन4 मिशन
इस सफर को इंस्पिरेशन4 मिशन नाम दिया गया है। अमेरिकी ई-कामर्स फर्म शिफ्ट4पेमेंट्स के मुख्य कार्यकारी जेरेड इसाकमैन ने बच्चों में कैंसर के प्रति जागरूकता लाने और सेंट ज्यूड चिल्ड्रेंस रिसर्च हास्पिटल के सहयोग के लिए इस मिशन की परिकल्पना की थी। इस सफर में इसाकमैन के अलावा भूविज्ञानी स्यान प्रोक्टर, हेली आर्सेनेक्स और एयरोस्पेस डाटा इंजीनियर क्रिस सेंब्रोस्की सवार होंगे। हेली बोन कैंसर को मात दे चुके हैं और बाद में सेंट ज्यूड में फिजीशियन असिस्टेंट बन गए। चारों यात्रियों को पांच महीने से इस सफर के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
पूरी तरह जमीन से ही नियंत्रित होगा मिशन
इस मिशन को पूरी तरह जमीन से ही नियंत्रित किया जाएगा। यात्रियों में कोई भी प्रशिक्षित अंतरिक्ष यात्री नहीं है। हालांकि इसाकमैन और स्यान प्रोक्टर प्रशिक्षित पायलट अवश्य हैं। वाणिज्यिक एवं सैन्य विमान उड़ाने के लिए प्रशिक्षित इसाकमैन को मिशन कमांडर बनाया गया है। वहीं, प्रोक्टर को मिशन पायलट का दर्जा दिया गया है।
अध्ययन भी करेंगे यात्री
इंस्पिरेशन4 से जुड़े लोगों का कहना है कि यह मिशन केवल पर्यटन के उद्देश्य से नहीं भेजा जा रहा है। आर्बिट में पहुंचने के बाद इसके सवार क्रू कुछ प्रयोगों को भी अंजाम देंगे, जिनसे मिले नतीजे पृथ्वी पर और भविष्य में अन्य अंतरिक्ष उड़ानों के दौरान सहायक होंगे। वहीं, आर्सेनेक्स का कहना है कि वह अपने इस सफर से कैंसर मरीजों के जीवन में आशा का संचार करना चाहते हैं।

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