विश्व
पहली बार खेले गए 'स्पेस गेम्स', दो टीमों में बंटे अंतरिक्ष यात्री
Rounak Dey
10 Aug 2021 5:05 AM GMT
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ईएसए में भाग लेने वाले देशों 20 साल से अधिक समय से आईएसएस में रह रहे हैं और काम कर रहे हैं।
दुनिया के सबसे बड़े खेल आयोजन टोक्यो ओलंपिक 2020 का 8 अगस्त को समापन हो गया। कोरोना वायरस के चलते स्टेडियम में इस बार दर्शकों की कमी तो सभी को खली लेकिन खिलाड़ियों के हुनर ने खेल प्रेमियों को कतई निराश नहीं किया। 2020 के लिए निर्धारित इस आयोजन को पिछले साल महामारी के चलते स्थगित कर दिया गया था। इस साल कोरोना की नई लहर बीच आयोजकों ने बेहद सावधानी के साथ इसका आयोजन किया।
पहली बार खेले गए 'स्पेस गेम'
एक साल की देर होने के बावजूद इस बार ओलंपिक की धूम धरती से लेकर स्पेस तक रही। ओलंपिक खेलों का रोमांच न सिर्फ पृथ्वी पर खेल प्रेमियों में देखने को मिला बल्कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में तैनात अंतरिक्ष यात्री भी इसके असर से बच नहीं पाए। अंतरिक्ष यात्रियों ने आईएसएस पर ले जाए गए स्पेसक्राफ्ट के आधार पर टीम बनाईं और पहली बार 'स्पेस गेम' खेले। इस दौरान अंतरिक्ष यात्रियों ने no-handball, synchronized floating जैसे खेल खेले।
टीम ड्रैगन बनाम टीम सोयुज
टीम ड्रैगन में नासा के अंतरिक्ष यात्री शेन किम्ब्रू और मेगन मैकआर्थर, जाक्सा अंतरिक्ष यात्री अकिहिको होशाइड और ईएसए अंतरिक्ष यात्री थॉमस पेस्केट शामिल थे। यह अंतरिक्ष यात्री स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से आईएसएस आए थे। टीम सोयुज में अंतरिक्ष यात्री मार्क वंदे हेई, ओलेग नोवित्स्की और रोस्कोस्मोस के प्योत्र डबरोव थे। स्पेसएक्स का क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट और सोयुज अप्रैल 2021 में आईएसएस पर आए थे।
अंतरिक्ष यात्रियों ने खेला नो-हैंडबॉल
ये स्पेसक्राफ्ट माइक्रोग्रैविटी में छह महीने के लिए साइंस मिशन के लिए सात सदस्यीय क्रू को लेकर आए थे। इस स्पेस गेम में पहला खेल था 'नो-हैंडबॉल', जहां खिलाड़ियों को पिंग पोंग बॉल को बिना अपने शरीर से छुए हैच गोल करना था। बॉल को नेविगेट करने के लिए खिलाड़ी सिर्फ फूंक मार सकते थे। दूसरे खेलों में सिंक्रोनाइज़्ड फ्लोटिंग और जिम्नास्टिक शामिल थे। बता दें कि रूस, कनाडा, जापान और ईएसए में भाग लेने वाले देशों 20 साल से अधिक समय से आईएसएस में रह रहे हैं और काम कर रहे हैं।
Rounak Dey
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