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दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने उत्तर कोरिया के साथ शांति वार्ता शुरू की, क्या बंद होगा मिसाइल टेस्ट?

Neha Dani
13 Jan 2022 6:58 AM GMT
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने उत्तर कोरिया के साथ शांति वार्ता शुरू की, क्या बंद होगा मिसाइल टेस्ट?
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उन द्वारा किए जाने वाले मिसाइल परीक्षणों पर रोक जरूर लगेगी.

उत्तर कोरिया (North Korea) ने पांच जनवरी को इस साल का पहला मिसाइल टेस्ट किया. इस दिन दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन (Moon Jae-in) उस रेल लाइन के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे थे, जिसे लेकर उन्हें उम्मीद है कि ये एक दिन दोनों कोरिया की दूरियां मिटा देगी. मून जे इन ने मिसाइल टेस्ट पर चिंता तो जताई लेकिन इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार शांति वार्ता को फिर से शुरू करने की उम्मीद नहीं छोड़ेगी. दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने कहा कि केवल बातचीत ही मौलिक रूप से इस स्थिति को दूर कर सकती है. यदि दोनों कोरिया एक साथ काम करते हैं और विश्वास पैदा करते हैं, तो एक दिन शांति हासिल होगी.

पांच साल पहले पदभार संभालने के बाद से मून ने उत्तर कोरिया के शासक किंग जोंग उन (Kim Jong Un) के साथ वार्ता करने के अभूतपूर्व प्रयास किए हैं. दोनों नेताओं ने 2018 में तीन बार मुलाकात की. इस दौरान दोनों ने कोरियाई युद्ध (Korean War) को साल के अंत तक खत्म करने का प्रण किया. बता दें कि कोरियाई युद्ध 1953 में एक युद्धविराम के साथ समाप्त हुआ है. इस युद्धविराम को 69 साल हो चुके हैं. हालांकि, उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों को खत्म करने और वैश्विक प्रतिबंधों को हटाने पर होने वाली बातचीत अगले साल रुक गई. उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच इस मुद्दे को लेकर सहमति नहीं बन पाई थी.
परमाणु निरस्त्रीकरण में प्रगति की उम्मीद
हाल के महीनों में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने शांति वार्ता को फिर से चालू करने के लिए अथक प्रयास किए हैं. इसके लिए उन्होंने चीन और अमेरिका से भी बात की है, जो कोरियाई युद्ध में शामिल थे. मून जे इन ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र में कहा कि यदि संघर्ष में शामिल सभी प्रमुख दल युद्ध की समाप्ति की घोषणा करते हैं, तो मेरा मानना है कि परमाणु निरस्त्रीकरण में प्रगति हो सकती है. इसके साथ ही शांति के एक युग की शुरुआत हो सकती है. दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति के प्रस्ताव को अधिकांश दक्षिण कोरियाई जनता का समर्थन प्राप्त है, लेकिन इसने विशेषज्ञों को विभाजित कर दिया है.
विशेषज्ञों की क्या राय है?
दरअसल, कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि ये कोरियाई प्रायद्वीप में राजनयिक गतिरोध को तोड़ने में मदद कर सकता है. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें इस बात का डर है कि इससे दक्षिण कोरिया की सुरक्षा को खतरा हो सकता है, जिसमें अमेरिका के साथ देश के रक्षा गठबंधन को कमजोर करना भी शामिल है. युद्ध की समाप्ति की घोषणा के समर्थकों का कहना है कि यह केवल कूटनीति है जिसने अब तक कोरियाई प्रायद्वीप पर तनाव को कम करने में मदद की है. बहरहाल जो भी हो, लेकिन उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के संबंधों में सुधार होने से कम से कम क्षेत्र में किम जोंग उन द्वारा किए जाने वाले मिसाइल परीक्षणों पर रोक जरूर लगेगी.


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