सैन्य परेड में प्रदर्शित की गई नई इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल दुनिया की सबसे बड़ी मिसाइलों में से एक थी। उसे 11 एक्सल वाले वाहन पर रखकर परेड में लाया गया था। ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों मिसाइलें विकास की प्रक्रिया में हैं।
नए हथियारों को देखकर चिंता में पड़ा दक्षिण कोरिया
उत्तर कोरिया ने केवल दिखावे के तौर पर इन्हें परेड में प्रदर्शित किया है। मिसाइलों का यह प्रदर्शन साबित करता है कि उत्तर कोरिया ने अपना हथियारों को विकसित करने का कार्य रोका नहीं था। उसे अमेरिका के साथ परमाणु हथियारों पर चल रही वार्ता के दौरान भी जारी रखा। दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि वह नए हथियारों को देखकर चिंता में पड़ गया है। मंत्रालय ने उत्तर कोरिया से कहा है कि वह दोनों देशों के बीच 2018 में हुए हथियारों को कम करने के समझौते का पालन करे।
स्थायी शांति के लिए पूर्व में किए गए वादों को पूरा करे उत्तर कोरिया
दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने अलग से बयान जारी कर उत्तर कोरिया से अनुरोध किया है कि वह कोरियाई प्रायद्वीप में स्थायी शांति के लिए पूर्व में किए गए वादों को पूरा करे और परमाणु निरस्त्रीकरण पर शुरू हुई वार्ता को आगे बढ़ाए। रविवार को दक्षिण कोरिया की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की भी आपात बैठक हुई जिसमें उत्तर कोरिया के नए हथियारों के विकास और उससे उत्पन्न खतरों पर चर्चा की गई।