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धरती से टकरा सकता है सौर तूफान
धरती (Earth) की ओर तेजी से बढ़ रहा सौर तूफान (Solar Storm) आज धरती से टकरा सकता है. विशेषज्ञों की मानें तो मंगलवार या बुधवार को यह जियोमैगनेटिक तूफान (Geomagnetic Storm) के पृथ्वी के वायुमंडल से टकराने की आशंका है. सूर्य की लपटों के कारण उपजा यह तूफान 16 लाख किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से पृथ्वी की ओर आ रहा है और इसके जल्द ही पृथ्वी से टकराने की आशंका है.
सौर तूफाने आने की वजह
सूर्य (Sun) के वातावरण में एक होल बन गया है, जिससे आवेशित कण और तेज गति वाली सौर हवाएं निकल रही हैं. तेजी से धरती की ओर बढ़ रहा यह तूफान 13 जुलाई से 14 जुलाई (मंगलवार से बुधवार) के बीच ग्रह के कुछ हिस्सों में दस्तक दे सकता है. नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने कहा है कि 16 लाख किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही इन हवाओं की गति बढ़ भी सकती है.
मोबाइल नेटवर्क, हवाई यात्राओं आदि पर होगा असर
विशेषज्ञों को आशंका है कि इस तूफान के वायुमंडल से टकराने के कारण खासी हलचल हो सकती है. यह टक्कर सैटेलाइट सिग्नल को बाधित कर सकती है. इसका सीधा असर रेडियो सिग्नल, संचार और मौसम पर भी पड़ सकता है. यूं कहें कि ये तेज हवाएं पृथ्वी के मैग्नेटोस्फीयर में जियोमैगनेटिक तूफान ला सकती हैं, जिससे मोबाइल, जीपीएस, सैटेलाइट टीवी, हवाई यात्राओं आदि पर असर पड़ सकता है. इतना ही नहीं यह तूफान पृथ्वी के मैगनेटिव फील्ड में आने वाले अंतरिक्ष पर भी अहम असर डाल सकता है.
इससे पहले नेशनल वेदर सर्विस के स्पेस वेदर प्रिडिक्शन सेंटर ने जून में जी -1 श्रेणी के भू-चुंबकीय तूफान आने के बारे में भविष्यवाणी की थी. वहीं हाल ही में 4 सालों का सबसे बड़ा सौर तूफान देखा गया था, जिसने अटलांटिक पर रेडियो ब्लैकआउट पैदा कर दिया था
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