पति की अजीब डिमांड पर भड़के सोशल मीडिया यूजर्स, पत्नी से कहा हो जाओ अलग
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यूएस: कोई महिला (Woman) अपनी दम पर बिजनेस खड़ा करने की कोशिश करे लेकिन उसका पति (Husband) मदद करने की बजाय उसमें रोढ़े अटकाए तो इसे महिला के साथ अत्याचार ही कहा जाएगा. अमेरिका (US) की एक महिला के साथ भी उसके पति ने ऐसा किया. यहां तक कि उसने एक कदम आगे बढ़कर अपनी पत्नी (Wife) से ऐसी डिमांड कर डाली कि सोशल मीडिया पर लोग उसे लताड़ रहे हैं. वहीं महिला को पति से अलग होने की सलाह दे रहे हैं.
ये है पूरा मामला
इस महिला ने कुछ समय पहले अपने घर से ही एक छोटा सा बिजनेस शुरू किया था. वह घर के गार्डन में फूल उगाकर उनके बुके बनाकर बेचती है. महिला की कड़ी मेहनत और अच्छे स्क्ल्सि के कारण डेढ़ साल में उसका बिजनेस चल पड़ा है और अब उसके पति ने उससे बिजनेस का आधा प्रॉफिट मांगा है. इसके बदले उसने एक अजीब तर्क भी दिया है.
महिला ने सोशल मीडिया पर यह मामला शेयर किया है. उसने बताया है, जब मैंने इस बिजनेस का आइडिया अपने पति को बताया तो उसने इसे सबसे बुरा आइडिया करार दिया. उसने मेरी मदद करने से भी इनकार कर दिया और मुझे नौकरी ढूंढने की सलाह दी. मैंने पति की बात नहीं सुनी और यह बिजनेस किया. डेढ़ साल में ही मुझे अच्छा लाभ मिलने लगा है. पति ने भी यह बात स्वीकार की है कि मेरा बिजनेस अच्छा चल रहा है. साथ ही उसने लाभ का मेरे मुनाफे का 50 फीसदी हिस्सा मांगा है.
पति ने दिया यह तर्क
पति का कहना है कि जिस जगह पर उसने फूलों के पौधे उगाए हैं, वह उसकी जमीन है इसलिए उसे इस बिजनेस के मुनाफे का हिस्सा मिलना चाहिए. इस पर पत्नी ने याद दिलाया कि वह घर उन दोनों के नाम पर है, तब पति ने कहा कि उसके घर की मालकिन बनने से पहले से वह उसका मालिक है. ऐसी स्थिति में तकनीकी रूप से वह घर उसका (पति का) ही है और उसे बिजनेस के मुनाफे में आधी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए.
अकेले मिट्टी से नहीं उगते फूल
पत्नी यहीं नहीं रुकी उसने कहा कि यदि वे दोनों अलग हो जाएं तो घर दोनों के बीच बंट जाएगा. इसके अलावा यह भी तर्क दिया कि केवल मिट्टी होने से फूल नहीं ऊग जाते हैं, बल्कि इसके लिए बहुत काम करना पड़ता है. जैसे- बीज चुनना, बीज खरीदना, उनकी देखभाल करना, ट्रिमिंग करना आदि. इस पूरे मामले को सुनते ही लोग उन्हें सलाह दे रहे हैं कि अपने पति से अलग हो जाएं और उसे किसी भी सूरत में अपने बिजनेस से हिस्सा न दें.