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स्नेक आइलैंड पर फिर से यूक्रेन का हुआ कब्जा, रूस बोला- हमने तो सद्भावना में छोड़ा कब्जा

Neha Dani
1 July 2022 3:23 AM GMT
स्नेक आइलैंड पर फिर से यूक्रेन का हुआ कब्जा, रूस बोला- हमने तो सद्भावना में छोड़ा कब्जा
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मोल्दोवा के ट्रांसनिस्ट्रिया क्षेत्र में सेना भेज सकता है, जहां मास्को में पहले से ही सैनिक तैनात हैं।

कीव: यूक्रेनी सेना ने दावा किया है कि उसने काला सागर के स्नेक आइलैंड से रूसी सेना को खदेड़ दिया है। रूस ने युद्ध की शुरुआत में ही इस द्वीप पर कब्जा जमा लिया था। स्नेक आइलैंड काला सागर में स्थित यूक्रेन का महत्वपूर्ण रणनीतिक सैन्य अड्डा है। यह यूक्रेन के दक्षिणी बंदरगाह शहर ओडेसा से कुछ दूरी पर स्थित है। जानकारों का मानना है कि अगर सच में यूक्रेन इस द्वीप पर कब्जा कर लेता है तो काला सागर के रास्ते उसकी जमीन पर रूसी हमले की संभावना काफी कम हो जाएगी। वहीं, रूस का दावा है कि उसने सद्भावना दिखाते हुए स्नेक आइलैंड पर से कब्जा छोड़ा है। हालांकि, दोनों ही देशों के दावों की स्वतंत्रत तौर पर पुष्टि नहीं हो सकी है। इसके बावजूद पश्चिम समर्थिक कई सैन्य जानकारों ने स्नेक आइलैंड से उठते धुएं को दिखाते हुए दावा किया है कि यूक्रेनी हमले के बाद रूस को पीछे हटना पड़ा है।

यूक्रेन का दावा- हमला कर रूसी सेना को खदेड़ा
यूक्रेन के सशस्त्र बलों के कमांडर वालेरी जालुज्नी ने दावा किया है कि स्नेक आइलैंड से रूसी सेना को भगाने में स्वदेशी बोहदाना हॉवित्जर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने नाटो समेत सभी पश्चिमी देशों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद भी दिया है। यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि उनकी सेना ने यूक्रेनी सैनिकों को दो स्पीड बोट पर सवार होकर भागने को मजबूर कर दिया था। यूक्रेन के दक्षिणी कमान के बयान में कहा गया है कि हम विस्फोटों की आवाज को अब भी सुन सकते हैं। यह द्वीप अब भी घने काले धुएं से ढका हुआ है। जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस द्वीप पर लड़ाई अब भी जारी है।
रूस बोला- हमने तो सद्भावना में द्वीप को छोड़ा
वहीं, रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने अपने निर्धारित काम को पूरा कर लिया है। इस कारण वह यूक्रेन के काला सागर बंदरगाहों से अनाज निर्यात की अनुमति देने के लिए पीछे हट रहा है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की भागीदारी में हुए संयुक्त समझौतों के कार्यान्वयन के हिस्से के रूप में मानवीय अनाज निर्यात गलियारा बनाने के लिए रूसी संघ ने स्नेक आइलैंड से अपना पोजीशन छोड़ना का फैसला किया है। हालांकि, सैटेलाइट तस्वीरों में स्नेक आइलैंड से उठते धुएं को देखते हुए रूस के भी बयान को संदिग्ध माना जा रहा है।
कब चर्चा में आया था स्नेक आइलैंड
स्नेक आइलैंड तब प्रसिद्ध हुआ था जब रूस ने पहली बार फरवरी में इस पर कब्जा किया था। तब द्वीप पर तैनात एक यूक्रेनी सैनिक ने रूसी युद्धपोत की चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए बकवास न करने की चेतावनी दे दी थी। इस सैनिक का बयान आक्रमण के बाद से प्रतिरोध के सबसे लोकप्रिय यूक्रेनी नारों में से एक बन गया है। इसके सम्मान में यूक्रेनी डाक सेवा ने एक डाक टिकटभी जारी किया था, जिसमें एक यूक्रेनी सैनिक को रूसी क्रूजर मोस्कवा को उंगली देते हुए दिखाया गया है।

क्यों महत्वपूर्ण है स्नेक आइलैंड
रूसी सेना के यूक्रेन के काला सागर बंदरगाहों की नाकेबंदी से अनाज की कीमतें बढ़ गई हैं, जिससे कई देशों में अकाल का खतरा है। यूक्रेन के सैन्य ख़ुफ़िया विभाग के प्रमुख काइरिलो बुडानोव ने मई में कहा था कि यह द्वीप रूस और यूक्रेन दोनों के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जिसने भी स्नेक आइलैंड को नियंत्रित किया, उसने दक्षिणी यूक्रेन की भूमि और कुछ हद तक वायु सुरक्षा को नियंत्रित कर लेगा। उन्होंने उस समय कहा था कि यूक्रेन का मानना है कि रूस पश्चिमी यूक्रेन पर आक्रमण शुरू करने के लिए द्वीप का उपयोग कर सकता है और मोल्दोवा के ट्रांसनिस्ट्रिया क्षेत्र में सेना भेज सकता है, जहां मास्को में पहले से ही सैनिक तैनात हैं।


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