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छठी क्लास की लड़की ने स्कूल में सरेआम बरसाईं ताबड़तोड़ गोलियां, 2 छात्रों समेत तीन लोग जख्मी

Neha Dani
7 May 2021 3:06 AM GMT
छठी क्लास की लड़की ने स्कूल में सरेआम बरसाईं ताबड़तोड़ गोलियां, 2 छात्रों समेत तीन लोग जख्मी
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लेकिन उन्होंने बंदूक हिंसा को घटाने के एक भी नये संघीय कानून को पारित नहीं किया.

अमेरिका (America) के उत्तरपश्चिमी राज्य इडाहो (Idaho) में स्थानीय समय के मुताबिक गुरुवार को छठी क्लास की लड़की ने स्कूल में सरेआम गोलियां बरसाना शुरू (Shooting) कर दिया. इस घटना में तीन लोग गोली लगने से जख्मी हो गए. एक टीचर ने बहादुरी दिखाते हुए उससे बंदूक छीनी तब जाकर हिंसा का ये तांडव खत्म हुआ. पुलिस ने इसकी जानकारी दी. बताया गया है कि ये घटना रिग्बी मिडिल स्कूल में हुई और लड़की छठी क्लास में पढ़ती है. उसकी उम्र 11 से 12 साल के बीच है.

जेफर्सन काउंटी के शैरिफ स्टीव एंडरसन ने कहा, लड़की ने अपने बैग से एक हैंडगन को बाहर निकाला और स्कूल के भीतर और बाहर कई राउंड गोलियां चलाईं. उन्होंने कहा, जिन तीन लोगों को गोलियां लगी हैं, उनमें दो छात्र और एक स्टाफ सदस्य है. हालाकिं, इन लोगों की चोट से इनके जीवन पर कोई खतरा नहीं है. एंडरसन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गोलीबारी के दौरान एक टीचर ने बहादुरी दिखाते हुए छात्रा के हाथ से बंदूक को छीन लिया और उसे काबू में किया. इसके बाद पुलिस ने लड़की को अपनी कस्टडी में लिया.
पिछले साल बंदूक से जुड़े मामलों में हुईं 43 हजार मौतें
गोलीबारी की इस घटना की जांच स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ-साथ एफबीआई द्वारा की जा रही है. हाल के सप्ताह में अमेरिका में गोलीबारी कई घटनाएं देखने को मिली हैं. इसमें इंडियानापोलिस की फेडैक्स फैसिलिटी, कैलिफोर्निया में एक ऑफिस बिल्डिंग, कोलाराडो में एक दुकान और अटलांटा में कई स्पा में हुई गोलीबारी की घटना शामिल है. 'गन वाइलेंस आर्काइव' के मुताबिक, अमेरिका में पिछले साल बंदूक से जुड़ी 43 हजार मौतें हुईं, इसमें आत्महत्या के मामले भी शामिल हैं.
बंदूक हिंसा महामारी और अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी: जो बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने देश में बढ़ती बंदूक हिंसा को महामारी और अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी घोषित किया. उन्होंने देसी हथियारों को नियमित करने के कदमों की रूपरेखा तैयार की और हमले में प्रयुक्त होने वाले हथियारों पर काफी समय पहले समाप्त हो चुके प्रतिबंधों को नये सिरे से दोबारा लागू करने को लेकर संसद पर दबाव बनाया. बाइडेन ने कहा कि कांग्रेस कार्रवाई करे या न करे, वह अमेरिकी लोगों को बंदूक हिंसा से सुरक्षित रखने के लिए राष्ट्रपति के तौर पर उनके नियंत्रण वाले सभी उपाय करेंगे. उन्होंने कहा था कि संसद के सदस्यों ने कई विचार दिए एवं इच्छा जाहिर की है. लेकिन उन्होंने बंदूक हिंसा को घटाने के एक भी नये संघीय कानून को पारित नहीं किया.




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