पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान के आजादी मार्च के कारण देश में गृहयुद्ध जैसे हालात बने हुए हैं। बृहस्पतिवार को भी इमरान ने बड़ी रैली की और कहा, सरकार से उनका कोई समझौता नहीं हुआ है।
उन्होंने सरकार को चुनाव तिथि घोषित करने के लिए 6 दिन का अल्टीमेटम दिया। इस बीच सरकार ने संविधान की धारा 245 के तहत राजधानी के रेड जोन क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए सेना को बुला लिया है।
पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान व उनका काफिला इस्लामाबाद में पहुंच चुका है। काफिला जैसे ही शहर के डी-चौक की ओर बढ़ा पूरी राजधानी में हालात बेकाबू होने लगे। इसे देखते हुए सरकारी दफ्तरों की सुरक्षा के लिए सेना तैनात हो गई है।
बुधवार देर रात इस्लामाबाद आगजनी व अराजकता की चपेट में रहा। पीटीआई कार्यकर्ताओं ने मेट्रो स्टेशन को आग के हवाले कर दिया। इमरान खान बृहस्पतिवार के इस्लामाबाद पहुंचने पर कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़पें होती रहीं। डॉन न्यूज के मुताबिक, इन झड़पों में कई लोगों के घायल हने की खबरें हैं। अब तक 400 से ज्यादा कार्यकर्ता गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
इमरान खान के लॉन्ग मार्च से उबाल
इस्लामाबाद में इमरान खान के लॉन्ग मार्च से कार्यकर्ताओं में भारी उबाल है। डी-चौक पर प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बड़े-बड़े शिपमेंट कंटेनर रख दिए गए, जिन्हें हटाने की कोशिश करने वाले पीटीआई कार्यकर्ताओं पर रबर की गोलियां तक चलाई गईं। जियो टीवी से बात करते हुए गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि पीटीआई के लॉन्ग मार्च के दौरान सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान का फिलहाल अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है।
हथियारों से लैस हैं प्रदर्शनकारी
इस्लामाबाद पुलिस के महानिरीक्षक डॉ. अकबर नासिर खान ने बयान जारी कर कहा है कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अकारण कार्रवाई नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस बिना हथियारों के है, लेकिन कई प्रदर्शनकारी हथियारों के साथ आए हैं। इसलिए प्रदर्शनकारी शांत रहें, ताकि कीमती जानें न जाएं।
इमरान ने सरकार को चुनाव घोषणा के लिए दिया 6 दिन का अल्टीमेटम
इमरान खान ने प्रांतीय विधानसभाएं भंग करने और नए सिरे से आम चुनाव कराने की घोषणा के लिए शहबाज शरीफ सरकार को छह दिन का वक्त दिया है। उन्होंने कहा, यदि सरकार ऐसा करने में नाकाम रही तो वह पूरे देश में रैली करते हुए राजधानी लौटेंगे।
खान पार्टी के प्रदर्शन को रोकने के लिए छापे और गिरफ्तारी जैसी 'रणनीतियों' का इस्तेमाल करने के लिए सरकार पर हमलावर रहे। खान ने प्रश्न किया कि लोकतंत्र में कहां शांतिपूर्ण विरोध की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा, जब तक सरकार विधानसभाओं को भंग नहीं कर देती और चुनाव की घोषणा नहीं कर देती तब तक मैं यहीं बैठूंगा।
इमरान खान के विरुद्ध सरकार की याचिका खारिज
पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने सरकार की वह याचिका बृहस्पतिवार को खारिज कर दी, जिसमें इमरान खान की पार्टी के 'आजादी मार्च' के संबंध में शीर्ष अदालत के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के लिए खान के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई की मांग की गई थी। प्रधान न्यायाधीश उमर अता बंदियाल की अध्यक्षता वाली पांच-सदस्यीय पीठ ने यह याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा, याचिका खारिज करने का तार्किक आधार लिखित फैसले में दिया जाएगा।