विश्व
श्रीलंका में बद से बदतर हो रहे हालात, कई इलाकों में आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा को किया निलंबित
Rounak Dey
11 July 2022 11:14 AM GMT

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इस महीने के अंत तक घरेलू एलपी गैस की मांग की समस्या पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी।
श्रीलंका आजादी के बाद अबतक के अपने सबसे खराब दौर का सामना कर रहा है। देश की बिगड़ी हुई आर्थिक स्थिति के बीच सबकुछ तितर- बितर हो गया है। वहीं इन सबके बीच श्रीलंका में ईंधन की कमी के कारण एक बड़ा फैसला लिया गया है। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार, देश में 1990 की आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा को कई क्षेत्रों में अब निलंबित कर दिया गया है।
सुवा सेरिया एम्बुलेंस सेवा ने किया आग्रह-
कोलंबो गजट की रिपोर्ट के अनुसार, सुवा सेरिया एम्बुलेंस सेवा ने जनता से देश के प्रभावित क्षेत्रों में 1990 की आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा को काल करने से परहेज करने का आग्रह किया था।
इसके साथ ही संबंधित प्रभावित जिलों में विशिष्ट क्षेत्रों की एक पूरी लिस्ट जारी की गई है, जहां सुवा सेरिया एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध नहीं होगी।
इन क्षेत्रों बट्टिकलोआ, अनुराधापुरा, पोलोन्नारुवा, पुट्टलम, बडुल्ला, मोनारगला, हंबनटोटा, मतारा, गाले, कालूतारा, केगल्ला, रत्नापुरा, वावुनिया और मुल्लातिवु शामिल हैं।
डेली मिरर ने राष्ट्रपति सचिवालय के हवाले से बताया कि 3,740 मीट्रिक टन लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस ले जाने वाला एक और जहाज आज द्वीप राष्ट्र में आने की उम्मीद है। यही नहीं बयान में कहा गया है कि अधिकारियों को राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे द्वारा निर्देश दिया गया था कि जैसे ही जहाज अपराह्न 3 बजे केरावलपतिया पहुंचे, एलपी गैस की अनलोडिंग और वितरण का काम करें। आपको बता दें कि 3,200 मीट्रिक टन गैस वाला तीसरा जहाज शुक्रवार को द्वीप राष्ट्र में पहुंचेगा और इस महीने के लिए कुल 33,000 मीट्रिक टन गैस का ऑर्डर दिया गया है, स्थानीय मीडिया ने बताया।
इसके अलावा, बयान में यह भी उल्लेख किया गया है कि लिट्रो गैस कंपनी की अध्यक्ष मुदिथा पेइरिस ने कहा था कि गैस का वितरण मंगलवार से नियमित और व्यवस्थित होगा और इस महीने के अंत तक घरेलू एलपी गैस की मांग की समस्या पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी।

Rounak Dey
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