नाइजर तख्तापलट: नाइजर में सेना तख्तापलट के बाद स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, पूरे विश्व के राष्ट्र अपने नागरिकों को निकालने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस संबंध में फ्रांस अपने नागरिकों के साथ-साथ हिंदुस्तान समेत अन्य राष्ट्रों के नागरिकों को भी निकालने में सहायता कर रहा है।
भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनन ने ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए बोला कि फ्रांस ने अब तक नाइजर में फंसे करीब 990 लोगों को निकाला है, जिनमें से 560 फ्रांसीसी नागरिक हैं, जबकि अधिक लोग दूसरे राष्ट्रों के नागरिक हैं। इस बीच, लेनन ने बोला कि फ्रांस ने अपने नागरिकों के साथ-साथ भारतीय नागरिकों को भी नाइजर से निकाल लिया है। हालांकि, इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि अब तक कितने भारतीय नाइजर से सुरक्षित बाहर आ गए हैं।
नाइजर से चार उड़ानें रवाना हुईं
इमैनुएल लेनन ने बोला कि अब तक नाइजर से चार उड़ानें रवाना हो चुकी हैं, जिनमें वहां फंसे लोगों को लाया गया है। उन्होंने दावा किया कि पांचवीं और अंतिम उड़ान गुरुवार (3 अगस्त) को रवाना की गई। ऐसे में जो यूरोपीय नागरिक राष्ट्र छोड़ना चाहते हैं, उन्हें बाहर निकालने की प्रयास की जा रही है।
फ्रांस के राष्ट्रपति ने दी चेतावनी
गौरतलब है कि नाइजर में सेना तख्तापलट के बाद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने फ्रांसीसी दूतावासों पर धावा कर दिया था। जिसके बाद फ्रांस ने अपने नागरिकों को वहां से सुरक्षित निकालना प्रारम्भ कर दिया। फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय ने बुधवार (2 अगस्त) को बोला कि फ्रांस अपने नागरिकों और राष्ट्र छोड़ने की ख़्वाहिश रखने वाले यूरोपीय नागरिकों को निकालने के लिए अपनी तैयारी कर रहा है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांसीसी दूतावासों पर हमलों के बाद, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने बोला कि नाइजर में फ्रांसीसी हितों पर किसी भी हमले का तीव्र और अकारण उत्तर दिया जाएगा।