वाशिंगटन: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को अपने जापानी समकक्ष शुनिची सुजुकी के साथ द्विपक्षीय बैठक की और दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत आर्थिक सहयोग से संबंधित प्रमुख एजेंडे पर चर्चा की. उन्होंने यहां आईएमएफ-विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों से इतर दक्षिण कोरिया के उप प्रधानमंत्री और सऊदी अरब के वित्त राज्य मंत्री सहित अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं.
जापानी वित्त मंत्री के साथ बैठक के दौरान सीतारमण ने कहा कि यह वर्ष भारत-जापान द्विपक्षीय संबंधों के लिए विशेष रहा क्योंकि दोनों देश आपसी राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. इसके अलावा इस वर्ष भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ भी मना रहा है.
वित्त मंत्रालय की ओर से किए गए ट्वीट के मुताबिक सीतारमण ने कहा कि 2023 विश्व मंच पर भारत और जापान के लिए बड़ी जिम्मेदारियां लेकर आया है क्योंकि दोनों देश क्रमशः जी-20 और जी-7 की अध्यक्षता संभाल रहे हैं. दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत आर्थिक सहयोग से संबंधित प्रमुख एजेंडे पर भी चर्चा की.दक्षिण कोरिया के उप प्रधानमंत्री और अर्थव्यवस्था और वित्त मंत्री चू क्यूंग-हो के साथ अपनी बैठक के दौरान, सीतारमण ने अपने समकक्ष को भारत यात्रा के लिए आमंत्रित किया.
वित्त मंत्रालय की ओर से किए गए एक अन्य ट्वीट के मुताबिक सीतारमण ने 2023 में जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों के सम्मेलन की संभावनाओं पर चर्चा की और जी-20 भारत 2023 अध्यक्षता के लिए दक्षिण कोरिया का समर्थन मांगा. उन्होंने क्यूंग-हो को भारत-दक्षिण कोरिया के वित्त मंत्रियों की छठी बैठक के लिए भारत आमंत्रित किया. गौरतलब है कि भारत एक दिसंबर से जी-20 समूह की अध्यक्षता करेगा.